8 शिक्षामित्रों व 3 अनुदेशकों को गैरहाजिर रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बड़े पैमाने पर हुई इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग के अलावा अन्य विभाग के कर्मचारियों में भी हड़कंप का माहौल देखने को मिला।
प्रभारी मंत्री बघेल बुधवार रात जब गांव में रात्रि प्रवास करने व चौपाल लगाने पहुंचे, तो वहां परिषदीय स्कूलों से जुड़े शिक्षकों की व्यापक लापरवाही सामने आई। मंत्री ने बीएसए को निर्देशित किया कि ऐसे सभी शिक्षकों व अन्य कर्मियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके बाद ही बीएसए ने कार्रवाई करते हुए न सिर्फ शिक्षकों को निलंबित किया, वरन 8 शिक्षामित्रों व तीन अनुदेशकों के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस भी जारी कर दिया।
ये शिक्षक हुए निलंबित
निलंबन की गाज जिन शिक्षकों पर गिरी है, उनमें प्रधानाध्यापका शारदा देवी व इंद्रदेव वर्मा तथा सहायक अध्यापक आत्माप्रकाश सिंह, अनिल कुमार निषाद, हीरा यादव, निशा श्रीवास्तव, मदन वर्मा, सुनीता यादव, दिलीप कुमार, ताराकांत वर्मा, मंजू वर्मा, अशरफीलाल, सरिता गुप्ता, रेखा वर्मा, श्रद्धा तिवारी, अनामिका वर्मा, अंजनी देवी व अमित वर्मा शामिल हैं।
इन शिक्षामित्रों को जारी हुआ नोटिस
जिन शिक्षामित्रों को नोटिस जारी हुआ है उनमें रामसागर वर्मा, सुनीता, रेनू सिंह, निशा देवी, गीता शुक्ला, रीता चौधरी, नीलम वर्मा व संजीव कुमार तथा अनुदेशक सत्येंद्र कुमार यादव, सरिता त्रिपाठी व अर्चना तिवारी शामिल हैं।
ग्राम स्वराज अभियान के तहत लगी चौपाल
ग्राम स्वराज अभियान के तहत इन दिनों गांव-गांव चौपाल लगाने का अभियान चल रहा है। इन अभियानों में जनप्रतिनिधियों व वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा राज्य व केंद्र सरकार की योजनाएं गिनाई जाती हैं। लोगों की समस्याएं सुनकर उनका निस्तारण करने का निर्देश है। इसके चलते ही महत्वपूर्ण चौपालों में विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मौजूदगी सुनिश्चित की जा रही है।