मैनपुरी। दो दिन से बीएसए कार्यालय पर डेरा डाले अभ्यर्थियों को आखिर
बुधवार को नियुक्ति पत्र वितरित कर दिए गए। नियुक्ति पत्र पाकर नवनियुक्ति
शिक्षक-शिक्षिकाओं के चेहरे खिल उठे। 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत
जनपद में 195 शिक्षकों का चयन होना था।
इन शिक्षकों की काउंसलिंग तो वर्ष 2017 में ही हो चुकी थी। इसी बीच सरकार बदली और नई सरकार ने इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी। भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंचे और हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र कराने के निर्देश दिए। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद चयनित अभ्यर्थियों को पुन: काउंसलिंग के लिए मौका दिया गया। सोमवार को महिला शिक्षिकाओं से स्कूल आवंटन के लिए विकल्प भराए गए थे। तभी से नव नियुक्ति शिक्षक- शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र मिलने की आस लगी हुई थी।
नव नियुक्ति शिक्षक मंगलवार को पूरे दिन नियुक्ति पत्र का इंतजार करते रहे
तो बुधवार को भी शाम तीन बजे तक वे बीएसए कार्यालय पर बैठे रहे। लेकिन चार
बजे बीएसए कार्यालय पहुंचे और उनके नियुक्ति पत्र वितरित कराए। 195 पदों के
सापेक्ष जनपद में 147 शिक्षक- शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र बुधवार को
वितरित कर दिए गए। गैर जनपद से बीटीसी ट्रेनिंग करने वाले अभ्यर्थियों के
नियुक्ति पत्र हाईकोर्ट में सुनवाई के कारण रोक लिए गए है। नियुक्ति पत्र
पाकर शिक्षक- शिक्षिकाओं के चेहरे खिल उठे। एक साल की लंबी प्रक्रिया के
बाद उन्हें यह नियुक्ति पत्र मिल हैं जिससे उनकी खुशी का ठिकाना न था। एक
मुन्ना भाई का नियुक्ति पत्र रोका
मैनपुरी। 12,460 शिक्षक भर्ती में एक मुन्नाभाई भी नौकरी पाने जा रहा था, लेकिन नियुक्ति पत्र वितरित होने से पहले ही उसे पहचान लिया गया। बीएसए के निर्देश पर उसका नियुक्ति पत्र रोक दिया गया है। बीएसए कार्यालय की मानें तो 15 हजार शिक्षक भर्ती में जनपद में 13 शिक्षक फर्जी पाए गए थे। इनमें शिवम नाम के एक शिक्षक के अभिलेख भी फर्जी पाए गए थे। शिवम ने अपने अभिलेखों में फेर बदलकर एक बार फिर से 12,460 शिक्षक भर्ती में आवेदन कर दिया। नियुक्ति पत्र जारी होने से पहले विभागीय कर्मचारियों ने उसकी पहचान कर ली और उसको नियुक्ति पत्र जारी करने पर रोक लगा दी। बताया जा रहा है पहले की भर्ती में उसने आगरा विश्वविद्यालय से स्नातक दिखाया था और अब फैजाबाद विश्वविद्यालय से दर्शाया है।
इन शिक्षकों की काउंसलिंग तो वर्ष 2017 में ही हो चुकी थी। इसी बीच सरकार बदली और नई सरकार ने इस भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी। भर्ती प्रक्रिया के अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंचे और हाईकोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र कराने के निर्देश दिए। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद चयनित अभ्यर्थियों को पुन: काउंसलिंग के लिए मौका दिया गया। सोमवार को महिला शिक्षिकाओं से स्कूल आवंटन के लिए विकल्प भराए गए थे। तभी से नव नियुक्ति शिक्षक- शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र मिलने की आस लगी हुई थी।
मैनपुरी। 12,460 शिक्षक भर्ती में एक मुन्नाभाई भी नौकरी पाने जा रहा था, लेकिन नियुक्ति पत्र वितरित होने से पहले ही उसे पहचान लिया गया। बीएसए के निर्देश पर उसका नियुक्ति पत्र रोक दिया गया है। बीएसए कार्यालय की मानें तो 15 हजार शिक्षक भर्ती में जनपद में 13 शिक्षक फर्जी पाए गए थे। इनमें शिवम नाम के एक शिक्षक के अभिलेख भी फर्जी पाए गए थे। शिवम ने अपने अभिलेखों में फेर बदलकर एक बार फिर से 12,460 शिक्षक भर्ती में आवेदन कर दिया। नियुक्ति पत्र जारी होने से पहले विभागीय कर्मचारियों ने उसकी पहचान कर ली और उसको नियुक्ति पत्र जारी करने पर रोक लगा दी। बताया जा रहा है पहले की भर्ती में उसने आगरा विश्वविद्यालय से स्नातक दिखाया था और अब फैजाबाद विश्वविद्यालय से दर्शाया है।
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