जागरण संवाददाता, मैनपुरी: नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान एक युवक के फर्जी
अभिलेख मिलने का मामला सामने आया है। बुधवार को शिक्षक भर्ती के लिए
नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे थे। जिसमें एक अभ्यर्थी के अभिलेख फर्जी मिलने
पर उसका नियुक्ति पत्र रोक दिया गया।
ये वही अभ्यर्थी है जो पिछली भर्ती में भी जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया था। वर्तमान में 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए जिले में कुल 195 पद स्वीकृत हैं। इनमें से भूतपूर्व सैनिकों के लिए आरक्षित 12 पदों को छोड़कर बाकी सभी पदों के लिए बुधवार को नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे थे। प्रक्रिया शुरू होने पर जांच के दौरान एक युवक पकड़ में आ गया। शिवम के नाम के इस युवक ने वर्ष 2012-13 में हुई 15 हजार शिक्षक भर्ती में भी फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी प्राप्त कर ली थी। लेकिन बाद में जब अभिलेखों का सत्यापन हुआ तो उसे बर्खास्त कर दिया। जिसके बाद शिवम ने फिर अभिलेखों में कुछ फेरबदल कर शिक्षक भर्ती में आवेदन कर दिया। लेकिन इस बार ये गड़बड़ी नियुक्ति पत्र वितरण से पहले ही सामने आ गई। जिसके बाद उसका नियुक्ति पत्र रोक दिया गया। बुधवार को कुल 147 लोगों को नियुक्ति पत्र बांटे गए। बाकी बचे हुए लोगों को गैर जिले से बीटीसी करने के कारण नियुक्ति पत्र रोक दिए गए। इन्हें बाद में नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।
ये वही अभ्यर्थी है जो पिछली भर्ती में भी जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया था। वर्तमान में 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के लिए जिले में कुल 195 पद स्वीकृत हैं। इनमें से भूतपूर्व सैनिकों के लिए आरक्षित 12 पदों को छोड़कर बाकी सभी पदों के लिए बुधवार को नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे थे। प्रक्रिया शुरू होने पर जांच के दौरान एक युवक पकड़ में आ गया। शिवम के नाम के इस युवक ने वर्ष 2012-13 में हुई 15 हजार शिक्षक भर्ती में भी फर्जी अभिलेखों के आधार पर नौकरी प्राप्त कर ली थी। लेकिन बाद में जब अभिलेखों का सत्यापन हुआ तो उसे बर्खास्त कर दिया। जिसके बाद शिवम ने फिर अभिलेखों में कुछ फेरबदल कर शिक्षक भर्ती में आवेदन कर दिया। लेकिन इस बार ये गड़बड़ी नियुक्ति पत्र वितरण से पहले ही सामने आ गई। जिसके बाद उसका नियुक्ति पत्र रोक दिया गया। बुधवार को कुल 147 लोगों को नियुक्ति पत्र बांटे गए। बाकी बचे हुए लोगों को गैर जिले से बीटीसी करने के कारण नियुक्ति पत्र रोक दिए गए। इन्हें बाद में नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।