अब 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का खेल शुरू

हरदोई (ब्यूरो)-  फर्जी शिक्षकों की भर्ती को लेकर जिले पर लगा बदनामी का दाग अभी हट भी नही पाया था कि अब 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े की शिकायत जिलाधिकारी से की गई है।
डीएम को रजिस्ट्री के माध्यम से भेजे गए पत्र में शिकायतकर्ता ने नाम उजागर न किये जाने का अनुरोध करते हुए बताया है कि शासन के निर्देशानुसार 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बड़ा खेल चल रहा है। बीएसए, डायट प्राचार्य व पटल सहायक की मिलीभगत से अवैध धन उगाही कर विद्यालय आवंटन में हेराफेरी की जा रही है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि पटल सहायक अनुपम मिश्रा द्वारा जो सूची बोर्ड पर चस्पा की जाती है, वह प्रमाणित नही होती है जिससे बाद में धन उगाही कर उस सूची में बदलाव कर पैसे देने वाले लोगों को नजदीक के विद्यालय आवंटित कर दिए जाते हैं, और सूची में नियम विरुद्ध बदलाव कर दिया जाता है। जबकि शिक्षक चस्पा सूची के भरोसे रहते हैं। इस तरहं की अनियमितताएँ खुलेआम की जा रही हैं।
शिकायतकर्ता ने कई विद्यालयों के नाम दर्शाकर बताया कि जिला मुख्यालय से नजदीक वाले विद्यालय सूची में नही थे उन्हें नियम विरुद्ध आवण्टित कर दिया गया। डीएम से मांग की गई है कि आवण्टित होने वाले विद्यालयों की प्रमाणित प्रति जिलाधिकारी कार्यालय मंगा ली जाए। जिससे बेसिक शिक्षा विभाग की नियुक्ति प्रक्रिया नियमानुसार हो सके। उसने यह भी अवगत कराया कि 72825 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में उक्त पटल सहायक अनुपम मिश्रा ने बड़ा फर्जीवाड़ा किया था। लगभग सवा सौ फर्जी शिक्षक हरदोई में पकड़े गए थे जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग के 02 बाबुओं को निलंबित कर दिया गया था। मामले की जांच शासन से चल रही है।
लिपिक अनुपम मिश्रा ने 100 से अधिक कराई थीं फर्जी नियुक्तियां
हरदोई-  बेसिक शिक्षा कार्यालय के लिपिक अनुपम मिश्रा, मनोज मिश्रा व दयाशंकर मिश्रा की तिगड़ी ने तत्कालीन बीएसए ब्रजेश मिश्रा से सांठगांठ कर जनपद में 72825 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सवा सौ फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति कराई थी। पर पैसे का सही बंदरबांट न हो पाने पर तत्कालीन बीएसए ने फर्जी शिक्षकों के नाम उजागर करने शुरू कर दिए और सभी फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
दलाल ने खोले थे तीनों बाबुओं के नाम
हरदोई-  फतेहगढ़ पुलिस द्वारा पकड़े गए एक शिक्षा विभाग के दलाल ने उक्त तीनों बाबुओं का नाम उजागर किया था। उसने यह भी कुबूल किया था कि 04 से 05 लाख रुपये लेकर उक्त बाबू फर्जी शैक्षिक दस्तावेज तैयार कर शिक्षक बना देते थे। किंतु मामले पर पर्दा डालने की पूरी कोशिश की गई। यह प्रकरण अब क्राइम ब्रांच के सुपुर्द है।
दागी लिपिक को फिर से क्यों दिया गया नियुक्ति पटल?
हरदोई-  72825 शिक्षक प्रक्रिया में दागी रह चुके लिपिक अनुपम मिश्रा को 12460 नियुक्ति का पटल किस आधार पर दिया गया है, इसका जवाब बेसिक शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी देने को तैयार नही है। द टेलीकास्ट ने जब बीएसए को दूरभाष पर संपर्क किया तो उन्होंने फोन नही उठाया। ऐसे में अटकलें लग रही हैं कि बेसिक शिक्षा विभाग के बाबू बीएसए की सांठगांठ से फिर से बड़ा फर्जीवाड़ा करने की तैयारी में हैं।

योग्य सड़कों पर अयोग्य स्कूलों में!
हरदोई –  बेसिक शिक्षा विभाग की इस नीति से सैकड़ों होनहारों का भविष्य बर्बाद कर दिया जाता है। 72825 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जी तरीके से भर्ती किये गए मुन्नाभाईयों की वजह से योग्य शिक्षक मेरिट में मात खा गए, आज भी वह अपने हक के लिए सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, पुलिस की लाठियां खा रहे हैं पर उनकी सुनने वाला कोई नही!