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UPTET का अगला मिशन हुआ तय , हिमाँशु राणा : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News

आगे का काम चालू कर दिया है बहुत ही संयम के साथ क्यूंकि हमारे पास २ काम है : पहला तो २ नवम्बर २०१५ को चूकी हमारी ही एक मात्र परमादेश याचिका 167/2015 Himanshu Rana & oths. Vs Union of India & othrs. है जिस पर सभी की नियुक्ति का रास्ता खुलेगा उसकी पैरवी जोरदार तरीके से और सभी जानते हैं
जुलाई २०१५ को शिक्षा मित्रों के समायोजन पर स्थगन भी इसी याचिका में पड़ी आईए पर हुआ था तो माननीय उच्च न्यायालय वृहद पीठ का आदेश भी इसी में सबमिट करना होगा हमें ओन रिकॉर्ड | 
दूसरा caviate जिसका प्रोसेस चालू कर दिया है बस आदेश का अपलोड होने का इन्तेजार है |
अब बात अन्य मुद्दों की :
देखिये सरकार की नीचता से जिस प्रकार हम योग्य बेरोजगारों का भविष्य हमेशा से ही अधर में रहा ठीक उसी प्रकार इन्होने अपनों गलत नीतियों और वोट बैंक की राजनीति के लिए शिक्षा मित्रों को छला | उस पर अब भी ठीक जैसे मुजफ्फरनगर दंगो की तरह एक तबके विशेष को रिझाने के लिए मुआवजे की घोषणा की थी और माननीय उच्त्तम न्यायालय से हमेशा ही बेइज्जत हुए थे अब भी वही होने जा रहा है | 
क्या पिछले ४ सालों में योग्य बेरोजगार अभ्यर्थी जो आत्मा ह्त्या किये हैं उनके लिए मुआवजा नहीं बनता था ? मुझे याद नहीं है की यूपी कैबिनेट के मंत्रियों ने सहानुभूति भी दिखाई हो उन आत्मा हत्याओं के लिए | खैर पाप की गगरी समुद्र में कितनी भी गहराई में हो लेकिन वक्त रहते बाहर आ ही जाती है | ये काम २०१७ में होता उससे बढ़िया है सरकार के पाप उसे उसके ही शासन काल में भोगने पड रहे हैं | 
शिक्षा मंत्री जी का ब्यान कि हम शिक्षा मित्रों के लिए व्यवसाय या उनके भरण पोषण का जुगाड़ करेंगे – मैं पूर्ण रूप से सहमत हूँ करिए आप जुगाड़ पर अब तो सच्चाई तक पहुँचिये और समस्त योग्य टीईटी पास अभ्यर्थियों को भी उनका हक़ दीजिये | आपका ये कदम एक तबके विशेष के लिए हुआ तो आप फिर अपनी भूल को दोहराएंगे |
खैर अगर अब भी अकल आ जाए इस सत्ता के मद में चूर असमाजवाद को तो मैं शुक्रगुजार रहूँगा ऊपर वाले का |
एक चीज़ और देखने को मिल रही है :
अलग-अलग सत्ता दल वोट बैंक की राजनीति के लिए बेरोजगारों पर रोटियाँ सेकने की फिराक में हैं जबकि केस की हकीकत क्या है ये तक नहीं जानते हैं तो बेरोजगारों से सीधे अनुरोध है बचकर चलें ऐसे लोगों से | खैर राजनीति का तो क्या कहें बेरोजगारों पर सत्ता से लेकर वो लोग भी कर रहे हैं जो अपना उद्देश्य ही राजनीति मानते हैं | प्राइमरी की नौकरी के लिए संघर्ष किये कुछ नुमाइंदे जो अपने आप को शिक्षक भर्ती का पक्षकार मानते हैं आज अपने आप को भविष्य का सांसद, विधायक मान रहे हैं जबकि हकीकत क्या है उससे आज का बेरोजगार अनभिग्य है | आज तक कितने केस या कितना संघर्ष बचे हुए बेरोजगारों के लिए किये हैं इनसे कोई पूछे ? जवाब नहीं बनेगा । ऐसे लोगों की ही राजनीति से मोर्चे को हमेशा बचाता आया हूँ और भविष्य में भी ये ही प्रयास रहेगा | आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है जबकि जमीनी हकीकत कोई नहीं जानता है | खुद को श्रेष्ठ करने की होड़ लगी रहती है और ये ही विडंबना है बेरोजगारों की | परन्तु अंत में ये ही कहूँगा आपसे जो वादा किया था पूरा किया हूँ और आगे अब संयम से हम सभी को साथ चलना होगा | 
संयम रखें , सुरक्षित रहे , अराजकता और अवाहों से दूर रहे ये ही आप समस्त बेरोजगारों से प्रार्थना है |
बाकी बातें काम होने के पश्चात विस्तार से |
आपका 
हिमाँशु राणा
टीईटी २०११ उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा
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