पीएम मोदी के जनसम्पर्क कार्यालय पर शिक्षामित्रों का
जोरदार प्रदर्शन : 18 सितम्बर को प्रदेश के शिक्षामित्रों से बनारस पहुंचने
का आह्वान
वाराणसी। समायोजन संबंधी हाईकोर्ट के आदेश से नाखुश
शिक्षामित्रों का विरोध प्रदर्शन सोमवार को तेज हो गया। कक्षाओं के
बहिष्कार और स्कूलों में तालाबंदी के बाद जिले के विभिन्न ब्लाकों के सैकड़ो
शिक्षामित्र सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रवीन्द्रपुरी स्थित
जनसंपर्क कार्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। उन्होंने भाजपा विधायक
रवीन्द्र जायसवाल को ज्ञापन सौंपा।
इसमें उन्होंने 18 सितम्बर को
प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा के दौरान उनसे मिलने के लिए समय मांगा
है। साथ ही चेतावनी दी है कि अगर मुलाकात के लिए समय नहीं मिला तो वे18 को
प्रदेश के शिक्षामित्रों से बनारस पहुंचने का आह्वान करेंगे। शिक्षामित्रों
ने प्रधानमंत्री को दिए ज्ञापन में इच्छा मृत्यु की भी मांग की है।
इससे पहले विभिन्न ब्लाक कार्यालयों पर प्रदर्शन करने के बाद
शिक्षामित्र रवीन्द्रपुरी स्थित क्री कुंड के पास जमा हुए। वहां सभा कर
हाईकोर्ट के निर्णय से होने वाली परेशानियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा
कि करीब 15 साल सेवा करने के बाद उनके साथ नाइंसाफी की जा रही है।
शिक्षामित्रों ने कहा कि हाईकोर्ट के निर्णय से आई समस्या का
निदान केंद्र सरकार कर सकती है। वह कानून में बदलाव कर उनके समायोजन का
रास्ता साफ कर सकती है। इसलिए प्रधानमंत्री से उन्हें काफी उम्मीद है। वे
18 सितंबर को प्रधानमंत्री को अपनी समस्या बताना चाहते हैं। इसलिए उन्हें
मिलने का समय देना चाहिए।
इसके बाद शिक्षामित्र जुलूस के रूप में प्रधानमंत्री के
संसदीय कार्यालय तक पहुंचे। यहां भी सभा करने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री
को सम्बोधित ज्ञापन विधायक रवींद्र जायसवाल को सौंपा।
महिला शिक्षामित्रों के निकले आंसू
प्रधानमंत्री के जनसम्पर्क कार्यालय के सामने हुए धरने
में महिला शिक्षामित्रों की संख्या भी काफी रही। उनमें कई की आंखों से
आंसू निकलने लगे। उनका कहना है कि उनकी उम्मीदें खत्म हो रही हैं। किसी को
बिटिया की शादी तो किसी को बच्चों की पढ़ाई की चिंता है। जुलूस के दौरान कई
महिलाएं सड़क पर ही लेट गईं।
एक महिला शिक्षामित्र हुई बेहोश
तीखी धूप और उमस के कारण प्रदर्शन में शामिल प्राथमिक
विद्यालय (गजापुर, आराजीलाइन) की गायत्री देवी बेहोश हो गई। पानी के छीटें
मारने पर भी उन्हें होश नहीं आया। वहां मौजूद शिक्षामित्रों ने पुलिस
अधिकारियों से एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के लिए कहा। काफी देर तक
एम्बुलेंस नहीं आई तो शिक्षामित्रों ने गायत्री देवी को टेम्पो से मंडलीय
अस्पताल भेजा।
पुलिस से हुई नोक-झोंक
प्रधानमंत्री के जनसम्पर्क कार्यालय पर सुरक्षा की कड़ी
व्यवस्था थी। बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे। कई
प्रर्दशनकारी अंदर ज्ञापन देना चाह रहा थे। मगर पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं
दी। पुलिस ने सिर्फ तीन लोगों को ही अंदर जाने की अनुमति दी। इस पर
प्रदर्शनकारियों और पुलिस में नोकझोक होने लगी। आखिर में तीन शिक्षामित्र
ही अंदर गए।
आज से पढ़ाई ठप करने का एलान
शिक्षा मित्रों ने कहा कि उनका आंदोलन चरणबद्ध ढंग से चलेगा।
इसी क्रम में मंगलवार को वे विद्यालयों में पढ़ाई ठप करेंगे। सोमवार को
उन्होंने कार्य बहिष्कार किया था। आंदोलन को गति देने के लिए शिक्षामित्र
संघर्ष मोर्चा का गठन किया गया है।
जनसंपर्क कार्यालय की सुरक्षा बढ़ी
शिक्षामित्रों के आंदोलन को देखते हुए प्रधानमंत्री के
रवीन्द्रपुरी स्थित जनसंपर्क कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई। सोमवार को इस
संबंध में एसएसपी को एक पत्र भी भेजा गया। कार्यालय प्रभारी का पत्र मिलने
के बाद पहुंचने भेलूपुर थाना प्रभारी ने बेहतर सुरक्षा इंतजाम करने का
भरोसा दिया।
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