बहराइच। कहते हैं मन में कुछ कर गुजरने की लगन हो तो सब कार्य संभव होता है, ऐसा ही है कुछ बहराइच के ढोढायल प्राथमिक विद्यालय में जहाँ आपको वो दिखेगा जो सूबे के किसी भी प्राथमिक विद्यालय में नहीं दिखेगा। इस विद्यालय में बच्चों द्वारा की गयी प्रार्थना और योग मौजूदा सरकार द्वारा जारी किये गए फरमान से पूरी तरह मेल खाता है।
बेसिक शिक्षा द्वारा संचालित स्कूलों में बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था से नाराज वर्तमान सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सत्ता की कमान सम्हालते ही तमाम फरमान जारी कर दिए। योगी सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में योगा और अंग्रेजी को अनिवार्य कर दिया है। मुख्यमंत्री का मानना है कि योग से बच्चों का मानसिक तंत्र मजबूत होने के साथ एकाग्र भी होता है। लेकिन वास्तविकता ये है कि पुराने रास्ते पर वर्षों से चलने वाले टीचर अभी नया रास्ता नहीं अपना पा रहे हैं, जिसकी वजह से बच्चे ही नहीं अभिभावकों को ऐसा लगता है की सायद ये वयवस्था सुधर नहीं पाएगी। लेकिन ठीक इसके विपरीत हम प्राथमिक विद्यालय धोड़ायल की बात करें तो यहाँ वो सबकुछ सालों पहले से लागू है, जो योगी सरकार की मंशा है।
टीम ने जब योगी के इस फरमान की पड़ताल की तो सबकुछ सामने दिखा। 200 बच्चे 7ः47 मिनट पर प्रार्थना स्थल पर प्रार्थना के साथ गायत्री मंत्र और तमाम श्लोक पढ़ रहे थे। इसके बाद 8 बजे बच्चों ने योग करना शुरु किया। जिसे देख ये महसूस हुआ की बच्चे योग विद्या में निपुण हैं। 30 मिनट के योग के बाद सभी बच्चे कतारबद्ध लाइन में अपने अपने कक्षा में चले गए।
सीएम योगी का फरमान है कि अब प्राइमरी के बच्चों को भी अंग्रेजी पढ़ायी जाए। लेकिन जब इस स्कूल में देखा गया, तो बच्चे अंग्रेजी में वो सबकुछ बता रहे थे जो एक कान्वेंट स्कूल का बच्चा बताता है इससे साफ जाहिर हुआ की बच्चों को वो सबकुछ सिखाया जा रहा है जो मुख्यमंत्री चाहते हैं ढोढ़ायाल प्राथमिक विद्यालय की साफ़ सफाई व्यवस्था, पढ़ाई, योग और अंग्रजी में बोलते बच्चों ने ये दिखा दिया कि हम किसी कान्वेंट स्कूल के बच्चे से कम नही हैं।
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बेसिक शिक्षा द्वारा संचालित स्कूलों में बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था से नाराज वर्तमान सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सत्ता की कमान सम्हालते ही तमाम फरमान जारी कर दिए। योगी सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में योगा और अंग्रेजी को अनिवार्य कर दिया है। मुख्यमंत्री का मानना है कि योग से बच्चों का मानसिक तंत्र मजबूत होने के साथ एकाग्र भी होता है। लेकिन वास्तविकता ये है कि पुराने रास्ते पर वर्षों से चलने वाले टीचर अभी नया रास्ता नहीं अपना पा रहे हैं, जिसकी वजह से बच्चे ही नहीं अभिभावकों को ऐसा लगता है की सायद ये वयवस्था सुधर नहीं पाएगी। लेकिन ठीक इसके विपरीत हम प्राथमिक विद्यालय धोड़ायल की बात करें तो यहाँ वो सबकुछ सालों पहले से लागू है, जो योगी सरकार की मंशा है।
टीम ने जब योगी के इस फरमान की पड़ताल की तो सबकुछ सामने दिखा। 200 बच्चे 7ः47 मिनट पर प्रार्थना स्थल पर प्रार्थना के साथ गायत्री मंत्र और तमाम श्लोक पढ़ रहे थे। इसके बाद 8 बजे बच्चों ने योग करना शुरु किया। जिसे देख ये महसूस हुआ की बच्चे योग विद्या में निपुण हैं। 30 मिनट के योग के बाद सभी बच्चे कतारबद्ध लाइन में अपने अपने कक्षा में चले गए।
सीएम योगी का फरमान है कि अब प्राइमरी के बच्चों को भी अंग्रेजी पढ़ायी जाए। लेकिन जब इस स्कूल में देखा गया, तो बच्चे अंग्रेजी में वो सबकुछ बता रहे थे जो एक कान्वेंट स्कूल का बच्चा बताता है इससे साफ जाहिर हुआ की बच्चों को वो सबकुछ सिखाया जा रहा है जो मुख्यमंत्री चाहते हैं ढोढ़ायाल प्राथमिक विद्यालय की साफ़ सफाई व्यवस्था, पढ़ाई, योग और अंग्रजी में बोलते बच्चों ने ये दिखा दिया कि हम किसी कान्वेंट स्कूल के बच्चे से कम नही हैं।
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