उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र आज उस गलती की सजा भुगत रहे हैं, जो उन्होंने की ही नहीं

*उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र आज उस गलती की सजा भुगत रहे हैं, जो उन्होंने की ही नहीं*
*भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार को सिस्टम की गलती की सजा शिक्षामित्रों को देने की बजाय सिस्टम में परिवर्तन करते हुए उनको तत्काल राहत देनी चाहिए ताकि उनके हंसते खेलते परिवार उजड़ने से बचाये जा सकें*

*वैसे भी देश और प्रदेश की बागडोर योगियों के ही हाथ में है| एक सच्चा योगी करुणा एवं दया से ओतप्रोत होता है| ऐसा सोचना भी मुश्किल है कि योगियों के सामने 17 वर्षों से शिक्षा दे रहे अध्यापक प्राण त्याग रहे हों और उन पर इसका तनिक भी असर न हो रहा हो*
जो कि.. हमारे जैसे निष्ठुर की आंखें तब डबाडबा गयी.. जब हमने.. दिनांक 14 सितम्बर को नई दिल्ली के जन्तर मंतर पर महाआंदोलन हेतु गई हजारों की संख्या में, हमारे बहनें ने..संसद मार्ग पर लेट करके.. उक्त सड़क को कई घंटों तक जाम करेंगे अपनी गिरफ्तारी दी थी.. लेकिन यह मोदी योगी की क्रूर सरकार को तनिक भी दया नहीं आयी..
वाह रे!  लोकतंत्र..
अब हमारे जैसे मजबूत, असहाय शिक्षामित्रों का क्या होगा?
*प्रदीप पाल, नगर क्षेत्र, इलाहाबाद*
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines

UPTET news