फर्जी डिग्री पर पांच शिक्षक कर रहे नौकरी

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: आगरा विश्वविद्यालय से बीएड की फर्जी डिग्री लेकर पांच शिक्षक जिले में कई वर्षों से नौकरी कर रहे हैं। एसआइटी से भेजी गई सूची में पांच शिक्षकों की तैनाती मैनपुरी में मिली है।
ये शिक्षक काफी समय से परिषदीय स्कूलों में तैनात हैं। हालांकि अभी सूची की दोबारा पड़ताल की जा रही है, कई और फर्जी शिक्षक मिलने की आशंका है।
वर्ष 2004-05 में डॉ. भीमराव अंबेडकर आगरा विश्वविद्यालय से बीएड की फर्जी डिग्रियां जारी हुई थीं। बीते दिनों इस फर्जीवाड़े की शिकायत पर एसआइटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) ने जांच शुरू की थी। कुछ माह पहले जिले के बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर एसआइटी ने 400 संदिग्ध शिक्षकों का ब्योरा तलब किया था। इनमें 12 शिक्षकों की बीएड की डिग्री फर्जी होने की आशंका थी, इस पर इन शिक्षकों को नोटिस देकर एसआइटी ने तलब किया था। पूरे प्रदेश में जांच के बाद एसआइटी ने 4570 फर्जी डिग्रीधारी शिक्षक पाए हैं। बीएसए को इनकी सूची देकर जिले में तैनात शिक्षकों का सत्यापन कर उन्हें बर्खास्त करने के निर्देश भी दिए गए। दो दिन बीएसए दफ्तर में साढ़े चार हजार शिक्षकों की सूची का मिलान हुआ। सोमवार तक जिले में पांच शिक्षक ऐसे मिले जो बीएड की फर्जी डिग्री पर बच्चों को पढ़ा रहे हैं। हालांकि एक बार फिर से सूची का सत्यापन किया जाना है। उम्मीद है कि कई और शिक्षक भी मिल सकते हैं। मंगलवार शाम तक सूची का मिलान कर उसकी रिपोर्ट मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को भेजनी है। बीएसए विजय प्रताप ¨सह ने बताया कि सूची का मिलान किया जा रहा है। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
31 शिक्षक कर रहे थे फर्जी टीइटी प्रमाण पत्र पर नौकरी:

बीते दिनों बेसिक शिक्षा विभाग में भर्ती हुए शिक्षकों ने टीइटी प्रमाण पत्र भी फर्जी लगाए थे। शिकायत पर जांच हुई तो जिले में 31 शिक्षक टीइटी के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर स्कूलों में पढ़ाते मिले। इन शिक्षकों के खिलाफ बीएसए ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया था।
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