शाहजहांपुर। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से बीएड
की फर्जी अंकतालिका से बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी पाने वाले 18 शिक्षकों
की नौकरी पर तलवार लटकती नजर आ रही हैं। इन शिक्षकों की जनपद के नौ विकास
खंडों के परिषदीय स्कूलों में तैनाती है। शासन से दागी शिक्षकों की सूची
जारी होने के बाद बीएसए ने इनकी खोजबीन शुरू कर दी थी। जांच-पड़ताल में पता
चला कि संबंधित विश्वविद्यालय से बीएड की अंकतालिका के आधार पर 18 लोग
जनपद के परिषदीय स्कूलों मेें नौकरी कर रहे हैं। हालांकि अभी इनके नाम
घोषित नहीं किए गए हैं।
भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा
से शैक्षिक सत्र 2004-05 में बीएड की फर्जी अंकतालिकाओं के संबंध में
हाईकोर्ट के निर्णय के बाद अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह ने
परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत ऐसे 4570 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने
के निर्देश दिए थे। इसके बाद दागी शिक्षकों की सूची प्रदेश के सभी जिला
बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दी गई। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर
विभाग ने इन अभ्यर्थियों की सूची बेसिक शिक्षा विभाग को भेजते हुए उन्हें
हटाने के निर्देश दिए थे।
इस संबंध में बीएसए राकेश कुमार ने बताया कि ऐसे 18 अभ्यर्थियों को जनपद के अलग-अलग विकास खंडों में नियुक्त किया गया है। इसमें कलान और मिर्जापुर में सर्वाधिक पांच-पांच, मदनापुर में दो, खुटार, बंडा, सिंधौली, जलालाबाद, कांट और ददरौल में एक-एक शिक्षक नियुक्त है। सभी को सेवा समाप्ति के नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
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इस संबंध में बीएसए राकेश कुमार ने बताया कि ऐसे 18 अभ्यर्थियों को जनपद के अलग-अलग विकास खंडों में नियुक्त किया गया है। इसमें कलान और मिर्जापुर में सर्वाधिक पांच-पांच, मदनापुर में दो, खुटार, बंडा, सिंधौली, जलालाबाद, कांट और ददरौल में एक-एक शिक्षक नियुक्त है। सभी को सेवा समाप्ति के नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
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