इलाहाबाद : राजकीय कालेजों की एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में अर्हता विवाद
थम नहीं रहा है। उप्र लोकसेवा आयोग व माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से
स्थिति स्पष्ट करने के बाद अब प्रतियोगियों ने शिक्षा निदेशालय को आंदोलन
स्थली बना दिया है।
बड़ी संख्या में कंप्यूटर, कला व हंिदूी के अभ्यर्थियों
ने निदेशालय में माध्यमिक शिक्षा अपर निदेशक कार्यालय का घेराव किया।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा को संबोधित ज्ञापन भेजा है। प्रतियोगियों का कहना
है कि सपा शासन काल में तय हुई अर्हता से वह दावेदारी नहीं कर सकेंगे।
हंिदूी शिक्षक के दावेदार इंटर में संस्कृत की अनिवार्यता खत्म करने,
कंप्यूटर शिक्षक माध्यमिक शिक्षा परिषद की पीजीडीसीए की अर्हता लागू करने
या फिर बीटेक के साथ बीएड न मांगने की मांग कर रहे हैं, वहीं कला के
अभ्यर्थी कहते हैं कि वह उनसे भी बीएड मांगा सही नहीं है। केंद्रीय
विद्यालयों व अन्य राज्यों में बिना बीएड के कंप्यूटर शिक्षक रखे जा रहे
हैं। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की तरह ही राजकीय कालेज की लिखित
परीक्षा की अर्हता तय हो। अफसरों ने आश्वस्त किया है वह उनकी मांग से शासन
को अवगत कराएंगे और जो भी संभव किया जाएगा। इससे प्रतियोगियों में उम्मीद
जगी है कि भर्ती का विज्ञापन बदलेगा।
बीएफए व एमएफए ही रखा जाए : दृश्यकला छात्र मोर्चा के सुनील भारतीय का कहना
है कि बीएफए व बीए पेंटिंग के छात्रों ने निदेशालय में एलटी ग्रेड कला
शिक्षक भर्ती में बीएड हटवाने का ज्ञापन दिया है।
sponsored links:
