इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग से पांच साल के दौरान हुई सभी भर्तियों की
सीबीआइ जांच अगले कुछ दिनों में तेज हो जाएगी। अब तक हुई प्रारंभिक जांच
में सीबीआइ ने भर्तियों में गड़बड़ी के जो सबूत इकट्ठे किए हैं उसके आधार
पर सीबीआइ अपनी टीम में अनुभवी अधिकारियों की बढ़ोतरी करने जा रही है।
आसार
जताए जा रहे हैं कि इसी हफ्ते एसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में कई
अधिकारियों का दल इलाहाबाद आकर संबंधित लोगों से पूछताछ की रणनीति पर काम
करना शुरू करेगा।1सीबीआइ ने 31 जनवरी, 2018 से अब तक आयोग में दो बार डेरा
डालकर परीक्षा विभाग और गोपन विभाग के कंप्यूटरों से अधिकांश डाटा इमेजिंग
स्कैनिंग के जरिए अपनी हार्ड डिस्क में स्थानांतरित किया है। दिल्ली
मुख्यालय में फोरेंसिक विशेषज्ञों ने इसका परीक्षण कर सीबीआइ अफसरों को
सौंप दिया है। वहीं, इलाहाबाद स्थित कैंप कार्यालय में मिली सैकड़ों
शिकायतों के आधार पर भी जांच टीम ने भर्तियों में गड़बड़ी की कई बारीकियों
को समझकर जांच की दिशा तय कर ली है। 1सीबीआइ के सूत्र बताते हैं कि एसपी
राजीव रंजन इसी हफ्ते इलाहाबाद लौट सकते हैं। उनके साथ कई ऐसे अधिकारी
होंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षाओं में धांधली पकड़ने का कार्य सफलता
पूर्वक किया है। टीम में राजीव रंजन के अलावा अन्य अनुभवी डिप्टी एसपी व
आइपीएस अधिकारियों के भी शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। फोरेंसिक
विशेषज्ञ भी साथ आएंगे। यह टीम आयोग के कुछ वर्तमान और पूर्व अधिकारियों
समेत तमाम चयनित लोगों से भी रिकार्ड सामने रखकर पूछताछ करेगी। विभागीय
प्रभारियों में खलबली मच गई है।
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