शिक्षामित्रों ने प्रदेश सरकार के लिए कराया बुद्घि शुद्घि यज्ञ और दिया धरना

ललितपुर। प्रदेश सरकार से नाराज जनपद के शिक्षामित्रों ने आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सरकार की बुद्घि शुद्घि कराने के लिए यज्ञ कराया। इसके साथ ही उन्होंने सामूहिक रुप से धरना प्रदर्शन भी किया और अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।

सोमवार को आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में सभी शिक्षामित्रों ने सामूहिक रुप से स्थानीय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में स्थित शिव मंदिर में पंडित आनंद कुमार भोड़ेले द्वारा किए गए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सरकार की बुद्घि को शुद्घ कराने के लिए बुद्घि शुद्घि यज्ञ का आयोजन किया। इसके साथ ही सुबह 10 बजे से दोपहर 01 बजे तक शिक्षामित्रों द्वारा कार्यालय परिसर में ही धरना प्रदर्शन भी किया गया। धरना प्रदर्शन के दौरान जिलाध्यक्ष भगवत सिंह बैस ने कहा कि प्रदेश के लगभग 38 सांसदों द्वारा शिक्षामित्रों के समर्थन में सरकार को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वनारस की धरती से शिक्षामित्रों की समस्याएं दूर करने का अस्वाशन दिया था, लेकिन अभी समस्याएं जस की तस है। इसी क्रम में वक्ता ब्रजेश कुमार टोटे ने कहा कि प्रदेश के लगभग 600 से अधिक शिक्षामित्र काल के गाल समा चुके है, लेकिन प्रदेश की सरकार को कोई परवाह नहीं है। यदि अति शीघ्र समस्याओं का समाधान नहीं होता है, तो इसका खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा। इसके बाद शिक्षामित्रों की समस्याओं से सम्बंधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री महोदय को भेजा गया। ज्ञापन में कहा गया कि जब तक शिक्षामित्रों का समायोजन बहाल नहीं हो जाता तब तक शिक्षामित्रों का मानदेय अन्य राज्यों की भांति उत्तर प्रदेश में लागू किया जाए। एनसीटीइ के देश 2010 में संसोधन करके शिक्षामित्रों को टीईटी से छूट प्रदान की जाए। सरकार अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को पुन: शिक्षक के पद पर बहाल किया जाए। धरना प्रदर्शन में मुख्य रुप से प्रदेश मंत्री संजय सिंह गौर, जिलाध्यक्ष भगवत सिंह बैस, बृजेश टोटे, बृजेंद्र तिवारी, राजीव, अशोक कुमार, अनुराग गोस्वामी, शैलेंद्र, रेखा लिटोरिया, आराधना द्ववेदी, नीलम रिछारिया, कैलाश साहू संतोष शुक्ला, बालकदास, अनिल रजक, सोनाली जैन, मालती राजपूत, दीपा पटेल, अर्चना जैन, श्रीकांत सेन, गणेशराम आदि उपस्थित रहे।