शिक्षा मित्रों ने रखी समान कार्य समान वेतन देने की मांग , उत्तराखंड सरकार की तर्ज पर पुन: समायोजन किया जाए

बागपत। शिक्षा मित्रों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर समान कार्य समान वेतन देने की मांग रखी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नाम संबोधित डीएम को ज्ञापन सौंपा। शिक्षामित्रों ने कहा सरकार ने जो 10 हजार का मानदेय निर्धारित किया है, इससे परिवार का गुजर-बसर नहीं हो रहा है। अन्य प्रदेशों की भांति यहां पर समान कार्य के बदले समान वेतन दिया जाए।

सोमवार को जिले के दर्जनों शिक्षा मित्र कलक्ट्रेट पहुंचे। मुख्यमंत्री के नाम संबोधित डीएम ऋषिरेंद्र कुमार को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने बताया कि प्रदेश प्राथमिक विद्यालयों में 1.70 लाख शिक्षामित्र कार्यरत हैं, इसमें 1.37 लाख का समायोजन हो गया है। 25 जुलाई को लिए गए फैसले से प्रदेश के शिक्षामित्र पूरी तरह से आहत है। 10 हजार रुपये में परिवार के भरण पोषण नहीं हो पा रहा है। अवगत कराया कि अन्य प्रदेश में समान कार्य समान वेतन के आधार पर शिक्षामित्रों को मानदेय दिया जा रहा है। शिक्षामित्रों ने मांग की संशोधित अध्यादेश लाकर पुन: शिक्षक क पद बहाल, अहर्ता पूर्ण करने वाले शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक और 62 साल तक सम्मानजनक मानदेय, उत्तराखंड सरकार की तर्ज पर पुन: समायोजन किया जाए और अहर्ता के लिए पांच वर्ष का समय दिया जाए। इसमें जिला संरक्षक बिजेंद्र भाटी, जिलाध्यक्ष राजेश पंवार, सुभाष, भरत शर्मा, कुशलता चौहान, राहुल भारत, मईनुद्दीन, राजीव शर्मा, पूनम रानी, सुनीता देवी, आरती चौहान, सुधीर खोखर आदि रहे।