उन्होंने मांग की है कि शिक्षामित्रों और उनके परिवारों का भविष्य सुरक्षित रखने के लिए सरकार ठोस कदम उठाए।
उन्होंने
मांग की है कि संशोधित अध्यादेश लाकर शिक्षामित्रों को पुन: सहायक अध्यापक
के पद पर बहाल किया जाए, समान कार्य समान वेतन का सिद्धांत लागू हो,
शिक्षामित्रों की टीईटी से छूट मिले, मृत शिक्षामित्रों के परिवार को
स्थायी रोजगार दिया जाए और शिक्षामित्रों पर दर्ज फर्जी मुकदमे हटाए जाएं।
कार्यक्रम
में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र शाही , पूर्व शिक्षक विधायक प्रमोद
कुमार मिश्रा, अमरेंद्र दुबे, शशिकांत श्रीवास्तव (जिलाध्यक्ष-राज्य
कर्मचारी संयुक्त परिषद) दिवाकर द्विवेदी, शिक्षक संघ के शशांक पांडेय,
रविन्द्र नाथ यादव, जेपी सिंह, अजय सिंह, चंद्रजीत यादव, अनिल पांडेय,
विकेश सिंह, कमलेश विश्वकर्मा, शिवसरन सिंह, अरविंद सिंह, अजय तिवारी,
विनोद पांडेय, रामबली राजभर, प्रमोद सिंह, मनोज कुमार, धनन्जय सिंह आदि
शामिल रहे।
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