इलाहाबाद : पीसीएस सहित अन्य अफसरों का चयन करने वाली प्रतियोगी
परीक्षाओं में उप्र लोकसेवा आयोग की मनमानी का जाल काफी लंबा फैला है।
सीबीआइ जांच में ऐसे-ऐसे राज सामने आ रहे हैं जिससे जांच
अधिकारी खुद हैरत
में हैं। अब आयोग के बाहर यानी दूसरे जिलों में केंद्र आवंटन में भी
गड़बड़ी की जानकारी मिली है। साठगांठ का संदेह होने पर सीबीआइ अधिकारियों
ने विभिन्न परीक्षाओं के तहत प्रबंधकों/केंद्र व्यवस्थापकों की सूची कब्जे
में ली है। संदिग्ध केंद्रों के प्रबंधकों की संपत्ति और आयोग में उनके
रिश्ते की सघन जांच शुरू है। 1सीबीआइ को जानकारी मिली है कि परीक्षा केंद्र
आवंटन में आयोग की नियमावली का उल्लंघन हुआ है। कक्ष अंतरीक्षक (कक्ष
निरीक्षक) की नियुक्ति में भी बड़े ‘खेल’ हुए हैं। आगरा, मैनपुरी, इटावा,
आजमगढ़, जौनपुर और गोरखपुर आदि में निजी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया
गया। इनमें कई केंद्रों में कक्ष अंतरीक्षकों की नियुक्ति में नियमों का
उल्लंघन होने का संदेह है। 1इन स्कूलों के प्रबंधकों व आयोग कर्मियों में
पारिवारिक या दोस्ताना रिश्ते होने का पता लगाया जा रहा है। जिन केंद्रों
पर सीबीआइ को अधिक संदेह है उनकी सूची आयोग से लेकर जांच अधिकारियों ने
प्रबंधकों/केंद्र व्यवस्थापकों की संपत्ति का पता भी लगाया जाएगा।
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