फीरोजाबाद: कूलर में आए करंट से मंगलवार सुबह शिकोहाबाद में महिला
शिक्षामित्र की मौत हो गई। घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में शिक्षामित्र
और विभागीय कर्मचारी पहुंच गए। शिक्षामित्रों ने समायोजन निरस्त होने के
कारण तनाव में रहने के चलते हादसा होने का आरोप लगाया।
हंगामे की आशंका पर
एसडीएम और तहसीलदार फोर्स के साथ पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर शांत
करते हुए पोस्टमार्टम के लिए राजी किया।
मूल रूप से शिकोहाबाद के गांव दतावली निवासी मीना (34) पत्नी जीतेंद्र सिंह
गांव के ही सरकारी विद्यालय में शिक्षामित्र थी। वह शिकोहाबाद के शांतिनगर
मोहल्ला में पति और बच्चों के संग रहती थी।1 मंगलवार सुबह करीब छह बजे वह
विद्यालय जाने की तैयारी कर रही थी। पति के अनुसार, घरेलू कामकाज के दौरान
मीना का हाथ कूलर से छू गया, जिसके बाद करंट से वह उसी पर गिर गई। तार
निकालने के बाद मीना को आनन-फानन में सरकारी ट्रॉमा सेंटर लाया गया, लेकिन
रास्ते में ही मौत हो गई। प्रभारी बीएसए विनोद कुमार पांडेय, डिप्टी बीएसए
तरुण कुमार, आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ओम यादव
समेत बड़ी संख्या में शिक्षामित्र आदि लोग मृतका के घर पर पहुंच गए। मृतका
के कुछ परिजन पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। शिक्षामित्रों का कहना था
समायोजन निरस्त होने के चलते मीना तनाव में रहती थी, इसी के चलते हादसा हुआ
है। हंगामे की आशंका पर एसडीएम सदर चंद्रभानु, तहसीलदार सदर प्रसून कश्यप
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और परिजनों को समझा कर पोस्टमार्टम को राजी कर
लिया। शिक्षामित्र संघ ने एसडीएम को दिए ज्ञापन में मीना के परिवार के एक
सदस्य को शिक्षा विभाग में नौकरी दिलाने, आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की
है।
