इलाहाबाद : जनपद के अधिकतर विद्यालयों में शिक्षकों के गले मे आइ कार्ड
नहीं दिखा। हद तो ये हो गई कि विद्यालय के सूचनापट पर प्रधानाध्यापक एवं
सहायक फोटो की तक चस्पा नहीं की गई थी। कुछ विद्यालयों में उपस्थिति पंजिका
में फोटो भी नहीं चस्पा थी, कुछ में फोटो बिना नाम के चिपका कर छोड़ दिया
गया।
दैनिक जागरण की मुहिम ‘ऐसे में कैसे पढ़ेंगे’ को लेकर बुधवार को हमारी
मुहिम शिक्षकों की पहचान और और विद्यालय की सूचना पर रही। बुधवार को जागरण
टीम पड़ताल के क्रम में प्राथमिक विद्यालय एलनगंज, प्राथमिक विद्यालय
सोहबतियाबाग, प्राथमिक विद्यालय नया कटरा, प्राथमिक विद्यालय शिवकुटी,
प्राथमिक विद्यालय राजापुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय अकबरपुर, प्राथमिक
विद्यालय बहराना, उच्च प्राथमिक विद्यालय नया कटरा, प्राथमिक विद्यालय साउथ
मलाका, प्राथमिक विद्यालय बलरामपुर, प्राथमिक विद्यालय पुरान मम्फोर्डगंज
शामिल रहे। नगरीय क्षेत्र के विद्यालय के अध्यापक-अध्यापिकाओं ने आइकार्ड
पहने नहीं दिखी। अधिकतर अध्यापकों ने कहा कि उनका आइकार्ड घर छूट गया है,
कुछ ने विभाग से न मिलने की शिकायत की। उपस्थिति पंजिका में उपस्थिति को
लेकर स्थिति असमंजस की स्थिति रही। ग्रामीण अंचलों में भी कमोबेश यही
स्थिति रही। 1निर्देश के बाद भी अनदेखी1प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक
विद्यालयों में अध्यापकों को पहचान पत्र गले में पहनकर छात्र-छात्रओं को
पढ़ाना चाहिए। उनकी फोटो विद्यालय के सूचनापट पर अंकित होनी चाहिए। इससे
विद्यालयों में प्रॉक्सी (किसी शिक्षक के स्थान पर पढ़ा रहे) शिक्षकों पर
रोक लगेगी। शासन की ओर से यह स्पष्ट निर्देश मंडलायुक्त के माध्यम से दिया
जा चुका है।
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