कहा कि कोर्ट से विरोध में फैसला आने के बाद प्रदेश में 750 शिक्षामित्रों ने आत्महत्या कर ली थी। कहा कि 25जुलाई को कोर्ट ने शिक्षा मित्रों के विरोध में फैसला सुनाया, लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति के अभाव में सरकार शिक्षामित्रों के कल्याण के लिए कुछ भी नहीं कर सकी। हां, अपना हक मांग रहे शिक्षामित्रों पर लाठी चलवाकर मुख्यमंत्री ने अपनी निरंकुश कार्यप्रणाली का परिचय दे दिया। शिक्षामित्रों ने बांहों पर काली पट्टी बांधकर मुण्डन कराया तथा सरकार विरोधी नारे लगाकर प्रदर्शन किया। उपस्थित शिक्षा मित्रों ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले शिक्षामित्रों को श्रद्धांजलि देते हुए सरकार के विरोध मे जमकर नारे बाजी की और उसकी कार्यप्रणाली को कोसा।
इस अवसर पर शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष राम प्रताप यादव, मंत्री राधेश्याम पासवान, मनोज, जितेन्द्र ,नंद लाल, संजय, बब्लू राय, पंकज राय, पीयूष, प्रवीण, उदयभान, कल्पनाथ आदि शिक्षा मित्र उपस्थित रहे।
कालीपट्टी बांधकर किया प्रदर्शन
दोहरीघाट। ब्लाक के शिक्षामित्रों ने बुधवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्मारक पर एकत्र होकर सरकार के विरोध में काली पट्टी बांधकर मुंडन कराया। साथ ही सरकार विरोधी नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि 25जुलाई को कोर्ट ने शिक्षामित्रों के विरोध मे फैसला सुनाया तथा सरकार ने शिक्षामित्रों के आंसू नहीं पोछ पाई। जबकि पूरे प्रदेश में लगभग 750 शिक्षामित्रों ने जान गंवाई। इस अवसर पर राम प्रताप यादव, राधेश्याम पासवान, मनोज, जितेंद्र, नंदलाल, संजय, बब्लू राय, पंकज राय, पीयूष, प्रवीण, उदयभान, कल्पनाथ आदि शामिल रहे।