शिक्षक भर्ती में आवेदन की अर्हता बदलने के लिए घेरा यूपी बोर्ड, संशोधन का प्रस्ताव लंबित, सचिव अगले हफ्ते करेंगी वार्ता

इलाहाबाद : प्रदेश भर के अशासकीय माध्यमिक कालेजों में प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक बनने का दावेदारों ने बुधवार को यूपी बोर्ड मुख्यालय का घेराव किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की मनमानी से वे और उनके हजारों साथी बाहर हो गए हैं।
इसलिए जीव विज्ञान सहित अन्य विषयों की अर्हता में जल्द बदलाव किया जाए। सचिव नीना श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया है कि वे शासन में इस संबंध में वार्ता करेंगी, हालांकि इसका प्रस्ताव वह पहले ही भेज चुकी हैं।1चयन बोर्ड ने 12 जुलाई को प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक 2016 के आठ विषयों का विज्ञापन निरस्त कर दिया था। चयन बोर्ड का दावा है कि ये विषय ही अब पाठ्यक्रम में नहीं है। इस प्रक्रिया में जो अभ्यर्थी बाहर हो गए हैं, उनसे दूसरे विषयों में आवेदन मांगा। 1ऑनलाइन आवेदन की समय सीमा मंगलवार मध्यरात्रि में खत्म हो गई है। इस दौरान अर्हता न बदलने से स्नातक शिक्षक जीव विज्ञान के ही करीब 67 हजार से अधिक अभ्यर्थी दूसरे विषय में आवेदन नहीं कर सके हैं। ऐसा ही हाल अन्य विषयों का है। इसीलिए गिने-चुने आवेदन हो सके हैं। बुधवार को अभ्यर्थियों ने इसके विरोध में सचिव से वार्ता की। सचिव नीना ने बताया कि जीव विज्ञान के संबंध में पहले ही अर्हता बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। अब तक उसका अनुमोदन नहीं हुआ है ।राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश भर के अशासकीय माध्यमिक कालेजों में प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक बनने का दावेदारों ने बुधवार को यूपी बोर्ड मुख्यालय का घेराव किया। अभ्यर्थियों ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की मनमानी से वे और उनके हजारों साथी बाहर हो गए हैं। इसलिए जीव विज्ञान सहित अन्य विषयों की अर्हता में जल्द बदलाव किया जाए। सचिव नीना श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया है कि वे शासन में इस संबंध में वार्ता करेंगी, हालांकि इसका प्रस्ताव वह पहले ही भेज चुकी हैं।1चयन बोर्ड ने 12 जुलाई को प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक 2016 के आठ विषयों का विज्ञापन निरस्त कर दिया था। चयन बोर्ड का दावा है कि ये विषय ही अब पाठ्यक्रम में नहीं है। इस प्रक्रिया में जो अभ्यर्थी बाहर हो गए हैं, उनसे दूसरे विषयों में आवेदन मांगा। 1ऑनलाइन आवेदन की समय सीमा मंगलवार मध्यरात्रि में खत्म हो गई है। इस दौरान अर्हता न बदलने से स्नातक शिक्षक जीव विज्ञान के ही करीब 67 हजार से अधिक अभ्यर्थी दूसरे विषय में आवेदन नहीं कर सके हैं। ऐसा ही हाल अन्य विषयों का है। इसीलिए गिने-चुने आवेदन हो सके हैं। बुधवार को अभ्यर्थियों ने इसके विरोध में सचिव से वार्ता की। सचिव नीना ने बताया कि जीव विज्ञान के संबंध में पहले ही अर्हता बदलने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है। अब तक उसका अनुमोदन नहीं हुआ है ।यूपी बोर्ड मुख्यालय में सचिव से वार्ता करते प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक बनने के दावेदार
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