हसनपुर (अमरोहा) : जयतोली गांव निवासी शिक्षामित्र की हत्या उसकी पत्नी
ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर गांव के दो युवकों को सुपारी देकर कराई थी।
पुलिस ने शिक्षामित्र की पत्नी, उसके गैस एजेंसी स्वामी प्रेमी को गिरफ्तार
कर शनिवार को वारदात का पर्दाफाश किया।
शिक्षामित्र प्रेम कुमार का शव 29 अक्टूबर की रात घर में फांसी के फंटे पर लटका मिला था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो दम घुटने से मौत होने की पुष्टि हुई। इस पर हत्या का मामला साफ हो गया। पुलिस ने शक होने पर शिक्षामित्र की पत्नी बबीता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई और अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
कोतवाल संजय प्रताप ¨सह ने शनिवार को प्रेसवार्ता करके हत्या का पर्दाफाश किया। बताया कि शिक्षामित्र की पत्नी और प्रेमी ने हत्या की प्ला¨नग तो दो माह पहले तैयार कर ली गई थी, लेकिन पटकथा करवा चौथ से एक दिन पूर्व रहरा में लिखी गई थी। बबीता और उसके प्रेमी ने सुपारी के तौर पर एक बुलेट बाइक और कुछ धनराशि गांव निवासी वीरपाल व ¨मटू से तय की थी। वीरपाल और ¨मटू मुरादाबाद में रहते हैं। 29 अक्टूबर की रात हत्या करने के लिए वह मुरादाबाद से हसनपुर आए। हसनपुर के मुहल्ला मनापुर में प्रेमी पप्पू के मकान से बाइक लेकर वह जयतोली पहुंचे। हत्या के बाद बाइक हसनपुर छोड़कर भाग गए। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा कायम कर बबीता व उसके प्रेमी पप्पू को गिरफ्तार कर चालान कर दिया है। वीरपाल और ¨मटू अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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होली से शुरू हुआ प्रेम प्रसंग
शिक्षामित्र की आंगनबाड़ी पत्नी बबीता और गैस एजेंसी स्वामी उसके प्रेमी पप्पू ¨सह का प्रेम प्रसंग इसी वर्ष होली से शुरू हुआ था। शिक्षामित्र दोनों के प्रेम संबंधों में रोड़ा बना था। पप्पू दो माह से हसनपुर के मुहल्ला मनापुर में रह रहा है। उधर प्रेमिका बबीता ने अपने पति से जिद करके दो सौ फिट का प्लाट हसनपुर में खरीदवाकर बैनामा अपने नाम से कराया था।
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मां के कारनामों से हैरत में मासूम
शिक्षामित्र के मासूम बेटे ¨प्रस उर्फ प्रशांत व लविश अभी पूरी तरह से समझदार तो नहीं है लेकिन मां के कारनामों की भनक लगने से वह हैरत में जरूर हैं। बड़ा बेटा ¨प्रस आठ साल का है तो छोटा अभी पांच वर्ष का। पिता का साया हमेशा के लिए सिर से उठने और मां के जेल जाने से बच्चों का पालन पोषण दादी व ताई कर रही हैं।
शिक्षामित्र प्रेम कुमार का शव 29 अक्टूबर की रात घर में फांसी के फंटे पर लटका मिला था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया तो दम घुटने से मौत होने की पुष्टि हुई। इस पर हत्या का मामला साफ हो गया। पुलिस ने शक होने पर शिक्षामित्र की पत्नी बबीता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो वह टूट गई और अपना जुर्म कुबूल कर लिया।
कोतवाल संजय प्रताप ¨सह ने शनिवार को प्रेसवार्ता करके हत्या का पर्दाफाश किया। बताया कि शिक्षामित्र की पत्नी और प्रेमी ने हत्या की प्ला¨नग तो दो माह पहले तैयार कर ली गई थी, लेकिन पटकथा करवा चौथ से एक दिन पूर्व रहरा में लिखी गई थी। बबीता और उसके प्रेमी ने सुपारी के तौर पर एक बुलेट बाइक और कुछ धनराशि गांव निवासी वीरपाल व ¨मटू से तय की थी। वीरपाल और ¨मटू मुरादाबाद में रहते हैं। 29 अक्टूबर की रात हत्या करने के लिए वह मुरादाबाद से हसनपुर आए। हसनपुर के मुहल्ला मनापुर में प्रेमी पप्पू के मकान से बाइक लेकर वह जयतोली पहुंचे। हत्या के बाद बाइक हसनपुर छोड़कर भाग गए। पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा कायम कर बबीता व उसके प्रेमी पप्पू को गिरफ्तार कर चालान कर दिया है। वीरपाल और ¨मटू अभी पुलिस पकड़ से दूर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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होली से शुरू हुआ प्रेम प्रसंग
शिक्षामित्र की आंगनबाड़ी पत्नी बबीता और गैस एजेंसी स्वामी उसके प्रेमी पप्पू ¨सह का प्रेम प्रसंग इसी वर्ष होली से शुरू हुआ था। शिक्षामित्र दोनों के प्रेम संबंधों में रोड़ा बना था। पप्पू दो माह से हसनपुर के मुहल्ला मनापुर में रह रहा है। उधर प्रेमिका बबीता ने अपने पति से जिद करके दो सौ फिट का प्लाट हसनपुर में खरीदवाकर बैनामा अपने नाम से कराया था।
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मां के कारनामों से हैरत में मासूम
शिक्षामित्र के मासूम बेटे ¨प्रस उर्फ प्रशांत व लविश अभी पूरी तरह से समझदार तो नहीं है लेकिन मां के कारनामों की भनक लगने से वह हैरत में जरूर हैं। बड़ा बेटा ¨प्रस आठ साल का है तो छोटा अभी पांच वर्ष का। पिता का साया हमेशा के लिए सिर से उठने और मां के जेल जाने से बच्चों का पालन पोषण दादी व ताई कर रही हैं।