लखीमपुर) : शिक्षा विभाग में अच्छा वेतन पाने वाले शिक्षकों का वेतन नियत
तिथि पर उनके खाते में पहुंच रहा है। वहीं शिक्षामित्रों को लगभग छह माह से
मानदेय नहीं मिला है।
जिससे शिक्षामित्रों की दीपावली फीकी पड़ती नजर आ रही है। इस संबंध में शिक्षा विभाग का कहना है कि सरकार ने शिक्षामित्रों का ग्रांट नहीं भेजा है, ग्रांट मिलते ही शिक्षामित्रों को मानदेय दे दिया जाएगा। परिषदीय विद्यालय इन शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के सहारे ही चल रहे हैं। इन शिक्षामित्रों को मानदेय न मिलने से वे भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। वहीं दीपावाली के त्योहार पर अनुदेशकों को भी मानदेय मिलना मुश्किल है, क्योंकि जिले पर अभी अक्टूबर माह की ग्रांट नहीं है। अनुदेशकों के मानदेय के लिए परियोजना निदेशालय से खबर लिखे जाने तक बजट प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए अनुदेशकों की दीपावाली भी फीकी रहना निश्चित है।
जिससे शिक्षामित्रों की दीपावली फीकी पड़ती नजर आ रही है। इस संबंध में शिक्षा विभाग का कहना है कि सरकार ने शिक्षामित्रों का ग्रांट नहीं भेजा है, ग्रांट मिलते ही शिक्षामित्रों को मानदेय दे दिया जाएगा। परिषदीय विद्यालय इन शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के सहारे ही चल रहे हैं। इन शिक्षामित्रों को मानदेय न मिलने से वे भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। वहीं दीपावाली के त्योहार पर अनुदेशकों को भी मानदेय मिलना मुश्किल है, क्योंकि जिले पर अभी अक्टूबर माह की ग्रांट नहीं है। अनुदेशकों के मानदेय के लिए परियोजना निदेशालय से खबर लिखे जाने तक बजट प्राप्त नहीं हुआ है। इसलिए अनुदेशकों की दीपावाली भी फीकी रहना निश्चित है।