लखीमपुर खीरी। अंतरजनपदीय तबादलों के लिए सूची जारी होने के बाद वंचित शिक्षिकाओं ने अपने तबादले की मांग करते हुए रविवार को हाथों में तख्तियां लेकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजा, जिसके माध्यम से अविवाहित शिक्षिकाओं ने 10 अंकों के भरांक में छूट देने की मांग की है। साथ ही तबादला प्रक्रिया में त्रुटियां होने की बात कहते हुए उनके निस्तारण की मांग की है।
विलोबी मेमोरियल परिसर में शिक्षिका अर्चना शर्मा ने कहा कि शासनादेश में दो वर्ष की सेवा पूर्ण करने वाली महिला शिक्षकों का तबादला करने की स्वीकृति दी गई है, लेकिन हमारे जैसी कई शिक्षिकाएं पांच वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुकी हैं फिर भी तबादले से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी सेवारत पति, असाध्य रोगी, दिव्यांगता के आधार पर 10 अंकों का भारांक देकर उन महिलाओं को मेरिट में कई गुना आगे कर दिया है, जो सेवा अवधि में पीछे थीं। अविवाहित शिक्षिकाओं ने दर्द बयां करते हुए कहा है कि उन्हें भी परिवार की उतनी ही जरूरत है, जितनी उन महिलाओं की जिनके पति सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। साथ ही जिनके पति प्राइवेट नौकरी में हैं, उनको भी अपने परिवार की उतनी ही जरूरत है। शिक्षिकाओं ने कहा है कि 54120 शिक्षिकाओं के तबादले का वादा प्रदेश सरकार ने किया था, जिसके सापेक्ष 21600 शिक्षिकाओं के तबादले किए गए हैं। जनपद में कुल शिक्षकों के सापेक्ष 15 प्रतिशत शिक्षिकाओं के तबादले की बाध्यता में नई भर्तियों को देखते हुए छूट देने की मांग की है। प्रदर्शन में शिक्षिका गीताजंलि, नेहा, मीनू, आरती, दुर्गेश कुमारी, शिवाली तारिका, शाजिया नाज, दीप्ति वार्ष्णेय मौजूद रहीं।