नई दिल्ली : पीपीएफ और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी छोटी बचत स्कीमों पर ब्याज दरें घटाने का फैसला वापस हो गया है। सोशल मीडिया पर छोटी बचत स्कीमों में 1.1 फीसद तक की कटौती को लेकर चर्चा अभी उफान पर पहुंची ही थी कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार सुबह इस फैसले को पलटने का एलान कर दिया।
सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘वित्त वर्ष 2021-22 में भारत सरकार की तरफ से छोटी बचत स्कीमों पर देय ब्याज दरें पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के स्तर पर ही बनी रहेंगी। मार्च, 2021 में जो दरें थीं, वे ही प्रभावी रहेंगी। इस बारे में गलती से जो आदेश जारी किया गया था, उसे वापस ले लिया गया है।’सरकार ने कुछ ही घंटों के भीतर इस आदेश को क्यों वापस ले लिया, इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। एक वजह बंगाल, केरल, असम समेत पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव भी माने जा रहे हैं। बंगाल और असम में शुक्रवार को दूसरे चरण का मतदान हुआ है। आर्थिक विशेषज्ञ वित्त मंत्री के इस बयान को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं कि वित्त मंत्रलय की तरफ से गलती से आदेश जारी हो गया।