68500 शिक्षक भर्ती में हुई अनियमितता के मामले में शासन ने तत्कालीन सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ. सुत्ता सिंह को परिनिंदित किया हैं। इस बाबत विशेष सचिव आरवी सिंह की ओर से आदेश जारी किया गया है, जिसमें सहायक अध्यापक भर्ती में बरती गई शिथिलता के मद्देनजर डॉ. सुत्ता सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।यह एक अनुशासनात्मक कार्रवाई है, जिसका असर उनके प्रमोशन पर भी पड़ेगा। 68500 की लिखित परीक्षा में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी हुई थी। परीक्षा में ऐसे अभ्यर्थियों को पास कर दिया गया था जो फेल हो गए थे या परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए थे। मामला प्रकाश में आने के बाद यूपी शासन ने तत्कालीन सचिव डॉॅ. सुत्ता सिंह को निलंबित करते हुए जांच के आदेश दिए थे।
आरोप थे कि दो अभ्यर्थियों के बिना परीक्षा दिए पास कर दिया गया और 21 अन्य अभ्यर्थियों के फेल होने के बावजूद उन्हें पास किए जाने किया गया। जांच में इस गड़बड़ी का खुलासा होने के बाद शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया था और अब भर्ती परीक्षा में शिथिलता बरतने के मामले में परिनिंदित किया है।