आजमगढ़। पिछले पांच साल में बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का न तो जिले के भीतर तबादला हुआ और न ही पदोन्नति। दूसरे विकास खंड में तबादले के लिए कई बार आश्वासन दिया लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया।
पिछले वर्ष शिक्षकों के तबादले को लेकर कवायद शुरू हुई थी। इसे लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक भी हुई थी। अगस्त में स्थानांतरण करने के निर्देश दिए लेकिन न तो शासनादेश जारी हुआ और न ही प्रक्रिया आगे बढ़ सकी। जिससे शिक्षकों के मन में आस जग गई। इसे लेकर शिक्षकों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि अभी तक हमारा स्थानांतरण नहीं हो सका। जबकि गैर जिले के शिक्षकों को अंतर जनपदीय तबादले का लाभ मिला।
पहले जिले के अंदर हर साल स्थानांतरण होता था लेकिन 2016 के बाद से स्थानांतरण नहीं हुए। कुछ गिनती के शिक्षकों को पारस्परिक ट्रांसफर का लाभ मिला। बेसिक शिक्षा परिषद के नियमों के मुताबिक नियुक्ति के तीन साल बाद पदोन्नति होनी चाहिए।
पिछले साल स्थानांतरण को लेकर कवायद हुई थी लेकिन शासनादेश जारी नहीं किया गया। अब इधर आचार संहिता लग चुका है। चुनाव बाद ही अब कुछ होगा।
अतुल कुमार सिंह, जिले बेसिक शिक्षा अधिकारी