प्रतापगढ़। जिले के शिक्षामित्रों अनुदेशकों और आगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बढ़ा हुआ मानदेय अब विधानसभा चुनाव के बाद ही मिलेगा। मानदेय बढ़ाने के लिए घोषणा हुई, विभाग में पत्र आया, मगर बजट नहीं आया है। विभाग का कहना है कि मार्च में बजट आने के बाद ही बढ़ा हुआ मानदेय खाते में भेजा जाएगा।
विधानसभा चुनाव के पहले योगी सरकार ने शिक्षामित्रों के मानदेय में दो हजार रुपये, अनुदेशकों को पांच सौ रुपये, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 1500, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 1250 और सहायिकाओं को 750 रुपये के बढ़ोत्तरी की घोषणा की थी। जिले में लगभग 2200 शिक्षामित्र 568 अनुदेशक और लगभग आठ हजार महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। शिक्षामित्रों अनुदेशकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बढ़ा मानदेय देने के लिए विभागों में पत्र आ गया है, मगर अभी तक विभागों को बजट नहीं मिला है। इससे बढ़े हुए मानदेय के लिए अभी कुछ दिन और इंतजार करना होगा। मानदेय बढ़ोत्तरी में भी खेल किया गया है, शासन ने दिसंबर में मानदेय बढ़ाने की घोषणा की थी, मगर पत्र में एक जनवरी से लाभ देने की बात कही गई है। शिक्षामित्रों, अनुदेशकों के साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकताओं को लंबे संघर्ष के बाद मानदेय बढ़ोत्तरी का आदेश जारी हुआ है। इसके पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने की घोषणा की गई थी। मगर शासनादेश नहीं जारी हुआ था। इस वर्ष शासन के पत्र जारी होने से बढ़े हुए मानदेय मिलने की संभावना बढ़ गई है।
जिले के शिक्षामित्रों, अनुदेशकों का बढ़ा हुआ मानदेय विधानसभा चुनाव के बाद मिलेगा पत्र आ गया है, मगर अभी बजट नहीं आया है।
दीपक पांडेय, सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग