प्रयागराज : एपीएस भर्ती के इंतजार में ओवरएज हो गए अभ्यर्थी प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पिछले 10 वर्षों में अपर निजी सचिव (एपीएस) की एक भर्ती भी पूरी नहीं कर सका। एक दशक से भर्ती का इंतजार कर रहे कई अभ्यर्थी ओवरएज हो गए हैं।
आयोग के पास 3 वर्षों से तकरीबन ढाई सौ पदों का अधियाचन पड़ा हुआ है, इसके बावजूद नई भर्ती शुरू नहीं की जा सकी।
प्रतियोगी छात्रों ने आयोग में ज्ञापन देकर भर्ती शीघ्र शुरू करने की मांग की है। एपीएस भर्ती एक दशक से विवादों में घिरी हुई है। एपीएस-2010 में धांधली का खुलासा होने पर सीबीआई की ओर से एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। इस परीक्षा में अभ्यर्थियों को मनमाने अंक देकर चयनित किए जाने का मामला सामने आया था।
ठीक यही गड़बड़ी एपीएस भर्ती परीक्षा-2013 में की गई। एपीएस-2010 के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आयोग ने एपीएस भर्ती परीक्षा-2013 को निरस्त कर दिया। ऐसे में 2010 के बाद एपीएस की एक भर्ती भी पूरी नहीं हो सकी है।
10 साल से भर्ती का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी ओवरएज हो गए हैं या होने वाले हैं। अगर आयोग ने जल्द ही विज्ञापन जारी नहीं किया तो बड़ी संख्या में परीक्षा का इंतजार कर रहे अभ्यर्थी नई भर्ती में शामिल होने से वंचित रह जाएंगे।
अभ्यर्थियों ने इसी समस्या का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से मांग की है की नई भर्ती के लिए विज्ञापन जल्द से जल्द जारी कर दिया जाए।