प्रयागराज : रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) द्वारा नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) के रिजल्ट पर अभ्यर्थियों ने सवाल खड़े किए हैं। अभ्यर्थियों ने रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है। युवा मंच के संयोजक की ओर से भेजे गए पत्र में चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करवाने की मांग की गई है।
शनिवार की देर शाम जारी किए गए परिणाम को लेकर कहा गया है कि आरआरबी द्वारा 2019 में उक्त भर्ती के लिए देश भर में 35 हजार पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू करने के लिए जारी नोटिफिकेशन में सीबीटी-1 और सीबीटी-2 दो चरणों में क्रमश: 20 व 8 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई किया जाना प्रस्तावित था। इसे जरूरत के अनुसार घटाया एवं बढ़ाया भी जा सकता था।
इस भर्ती में विभिन्न ग्रेड की 13 भर्तियां शामिल हैं, जिसे सात स्लॉट में विभाजित किया गया है। युवा मंच के संयोजक राजेश सचान का कहना है कि नोटिफिकेशन के अनुसार सीबीटी-1 महज स्क्रीनिंग परीक्षा होगी। इसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाएंगे। इसके अलावा आरआरबी ने जोन वाईज कुल पदों के 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराया जाएगा। लेकिन आरआरबी द्वारा विभिन्न स्लाट में पदों की संख्या को आधार मानकर अलग- अलग हर स्लाट के लिए उनके पदों का 20 अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराया गया।
इसका परिणाम यह रहा कि उच्च मेरिट वाले अभ्यर्थी सभी स्लॉट में चयनित हो गए। ऐसी स्थिति में अभ्यर्थियों की एक बड़ी संख्या सभी स्लॉट में ओवरलैप हो गई। इस वजह से परीक्षा में क्वालीफाई करने वाली अभ्यर्थियों की वास्तविक संख्या 20 गुना के बजाय महज 4-5 गुना है। इससे अभ्यर्थी निराश हैं। कहा कि उक्त परीक्षा में परीक्षा परिणाम को संशोधित कर स्लॉट वाईज 20 गुना अभ्यर्थियों को क्वालीफाई कराने के बजाय कुल पदों के सापेक्ष 20 गुना अभ्यर्थी क्वालीफाई कराए जाएं। अभ्यर्थी संदीप, मुकेश कुमार ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं।