आयोग ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दावा किया था। दोषियों को चिह्नित करने के लिए तीन जनवरी को जांच उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम कार्पोरेशन लि. (यूपी डेस्को) को सौंपी थी। उसे 15 दिन में तकनीकी रूप से जांच करके रिपोर्ट आयोग को देनी थी, लेकिन यह समयसीमा मंगलवार को पूरी हो गई। अभी उसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हुई। ऐसे में बिना जांच रिपोर्ट के कार्रवाई नहीं हो पाएगी। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट बीते दिनों हैक करके उस पर गलत जानकारी अपलोड की गई थी। आयोग की यह वेबसाइट यूपी डेस्को के जरिए संचालित होती है। अंग्रेजी भाषा में बनी वेबसाइट पर अकबर इलाहाबादी को अकबर प्रयागराजी, तेग इलाहाबादी को तेग प्रयागराज और राशिद इलाहाबादी को राशिद प्रयागराज लिखा था। वहीं, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत व महादेवी वर्मा का जन्म स्थान बदलने के साथ कई गलत जानकारी अपलोड की गई थी। आयोग की सचिव डा. वंदना ने बताया यूपी डेस्को ने जांच रिपोर्ट नहीं दी है। बात करके जल्द रिपोर्ट मांगी जाएगी।
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उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग:- समय सीमा खत्म, नहीं मिली जांच रिपोर्ट
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट हैक कर उस पर साहित्यकारों व प्रयागराज से जुड़े गलत तथ्य अपलोड करने के मामले में जांच टीम ने तय समय में रिपोर्ट नहीं दी।
आयोग ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दावा किया था। दोषियों को चिह्नित करने के लिए तीन जनवरी को जांच उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम कार्पोरेशन लि. (यूपी डेस्को) को सौंपी थी। उसे 15 दिन में तकनीकी रूप से जांच करके रिपोर्ट आयोग को देनी थी, लेकिन यह समयसीमा मंगलवार को पूरी हो गई। अभी उसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हुई। ऐसे में बिना जांच रिपोर्ट के कार्रवाई नहीं हो पाएगी। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट बीते दिनों हैक करके उस पर गलत जानकारी अपलोड की गई थी। आयोग की यह वेबसाइट यूपी डेस्को के जरिए संचालित होती है। अंग्रेजी भाषा में बनी वेबसाइट पर अकबर इलाहाबादी को अकबर प्रयागराजी, तेग इलाहाबादी को तेग प्रयागराज और राशिद इलाहाबादी को राशिद प्रयागराज लिखा था। वहीं, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत व महादेवी वर्मा का जन्म स्थान बदलने के साथ कई गलत जानकारी अपलोड की गई थी। आयोग की सचिव डा. वंदना ने बताया यूपी डेस्को ने जांच रिपोर्ट नहीं दी है। बात करके जल्द रिपोर्ट मांगी जाएगी।
आयोग ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का दावा किया था। दोषियों को चिह्नित करने के लिए तीन जनवरी को जांच उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम कार्पोरेशन लि. (यूपी डेस्को) को सौंपी थी। उसे 15 दिन में तकनीकी रूप से जांच करके रिपोर्ट आयोग को देनी थी, लेकिन यह समयसीमा मंगलवार को पूरी हो गई। अभी उसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हुई। ऐसे में बिना जांच रिपोर्ट के कार्रवाई नहीं हो पाएगी। उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की वेबसाइट बीते दिनों हैक करके उस पर गलत जानकारी अपलोड की गई थी। आयोग की यह वेबसाइट यूपी डेस्को के जरिए संचालित होती है। अंग्रेजी भाषा में बनी वेबसाइट पर अकबर इलाहाबादी को अकबर प्रयागराजी, तेग इलाहाबादी को तेग प्रयागराज और राशिद इलाहाबादी को राशिद प्रयागराज लिखा था। वहीं, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत व महादेवी वर्मा का जन्म स्थान बदलने के साथ कई गलत जानकारी अपलोड की गई थी। आयोग की सचिव डा. वंदना ने बताया यूपी डेस्को ने जांच रिपोर्ट नहीं दी है। बात करके जल्द रिपोर्ट मांगी जाएगी।