BED EXAM : बीएड प्रायोगिक परीक्षा में नहीं हो सकेगा खेल, बीएड सत्र 2013 फर्जीवाड़े की हो रही जांच

जागरण संवाददाता, आगरा: अंबेडकर विवि की बीएड की प्रायोगिक परीक्षा में बड़ा खेल हो रहा है। परीक्षा के बिना ही छात्रों को अंक दिए जा रहे हैं। इस मामले में सख्ती कर दी गई है। इस बार प्रायोगिक परीक्षा के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं, फोटोग्राफी भी होगी।
विवि की बीएड में लिखित परीक्षा में छात्रों के द्वितीय श्रेणी के अंक आते हैं, जबकि प्रायोगिक परीक्षा में उनके अंक 90 से 95 फीसद तक दिए जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, बीएड प्रायोगिक परीक्षा में कॉलेज संचालकों द्वारा शिक्षकों को 10 से 15 हजार रुपये तक दिए जाते हैं, जिससे वे मनमाफिक अंक दे सकें। कुछ कॉलेजों ने शिक्षकों को बुलाए बिना ही अपनी तरफ से प्रायोगिक परीक्षा के अंक दर्ज कर विवि में भेज दिए थे। कुलसचिव केएन सिंह ने बताया कि बीएड सत्र (2015-17) की प्रायोगिक परीक्षाएं होनी हैं। इसके लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों को वरीयता दी जाएगी। वहीं, शिक्षकों की फोटोग्राफी भी की जाएगी।
बीएड सत्र 2013 फर्जीवाड़े की हो रही जांच
बीएड सत्र 2013 में अनुपस्थिति और कम अंक आने के बाद भी छात्रों को प्रथम श्रेणी के अंक दे दिए गए थे। इस मामले में विवि प्रशासन द्वारा जांच की जा रही है, जिन छात्रों की शिकायत मिली है, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जा रही है।
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