शिक्षामित्रों ने जताया रोष, लगाई गुहार

जागरण संवाददाता, महोबा : आदर्श समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विमल चंद्र त्रिपाठी ने सहयोगियों के साथ बैठक की। इसके बाद मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा।

शिक्षामित्रों का कहना है कि प्रदेश में 1 लाख 32 हजार शिक्षामित्र पिछले 17 सालों से शिक्षण कार्य कर शिक्षा व्यवस्था को दुरूस्त करते चले आ रहे हैं। शिक्षामित्रों ने अपने जीवन का बहुमूल्य समय अपनी युवावस्था बेसिक शिक्षा को सु²ढ़ करने में लगा दी। सुप्रीम कोर्ट के 25 जुलाई के निर्णय के द्वारा सभी शिक्षामित्रों का समायोजन रद कर दिया गया। इससे आहत होकर शिक्षामित्र मौत के मुंह में समां रहे हैं। शिक्षामित्रों के पास परिवार के भरण पोषण का और कोई जरिया भी नहीं है। संगठन के द्वारा समान कार्य का समान वेतन अतिशीघ्र लागू करने, एनसीटीई के पैरा-4 में संशोधन कर टीईटी से छूट दिलाई जाए, टीईटी में शिक्षामित्रों को उत्तीर्णांक 60 प्रतिशत में छूट प्रदान करते हुए 45 प्रतिशत पास मानते हुए भारत सरकार के (एनसीटीई) से छूट दिलाई जाए, सुप्रीम कोर्ट में सरकार द्वारा पुन: विचार याचिका दाखिल कर प्रभावी पैरवी कराए जाने की मांग की गई।
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