इलाहाबाद।प्रदेश भर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) तथा निजी संस्थानों में डीएलएड का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं को भी अब परिषदीय विद्यालयों में बच्चों का प्रवेश कराना होगा। शैक्षिक सत्र 2018-19
में ये प्रशिक्षु अपने निकटवर्ती क्षेत्र से छह से 14 वर्ष तक के किसी एक आउट ऑफ स्कूल बच्चे का नामांकन पास के प्राथमिक विद्यालय में कराएंगे। ऐसा करने वाले प्रशिक्षुओं के इस कार्य का संज्ञान वर्तमान सेमेस्टर के इंटरशिप के आंतरिक मूल्यांकन के समय लिया जाएगा और उन्हें प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया जाएगा।इस संबंध में निदेशक राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद डॉ.सर्वेंद्र विक्रम सिंह ने बृहस्पतिवार को आदेश जारी किया। यह योजना स्कूल चलो अभियान के तहत शुरू की गई है। इसमें एक प्रशिक्षु एक प्रवेश योजना के तहत बच्चों का नामांकन कराया जाएगा।निदेशक की ओर से सभी डायट प्राचार्यों को जारी आदेश में कहा गया है कि प्रशिक्षु अपने निकटवर्ती क्षेत्र में छह से 14 वर्ष तक के आउट ऑफ स्कूल बच्चों में से कम से कम एक का विद्यालय में नामांकन कराएं।प्रशिक्षु जनपद के अंदर किसी भी क्षेत्र में, जहां की जानकारी हो या जहां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, वहां स्वयं डोर-टू-डोर संपर्क कर आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिहिन्त करेंगे। इसके बाद ऐसे बच्चों के माता-पिता से संपर्क कर उनसे परामर्श करेंगे फिर बच्चों का 30 अप्रैल या उससे पहले निकट के प्राथमिक विद्यालय में स्वयं जाकर नामांकन कराएंगे। नामांकन कराने के बाद वहां के प्रधानाध्यापक से इसका प्रमाण पत्र भी प्राप्त करेंगे।
लखनऊ डायट ने की थी एक प्रशिक्षु एक प्रवेश की शुरूआत
इलाहाबाद। परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की संख्या बढ़ाने के लिए एक प्रशिक्षु एक प्रवेश की शुरूआत शैक्षिक सत्र 2017-18 में लखनऊ डायट ने की थी। उस दौरान प्रत्येक प्रशिक्षु ने अपने क्षेत्रों में छह से 14 वर्ष के बच्चों का नामांकन प्राथमिक विद्यालयों में कराया था। इस प्रयास से कुल 2262 बच्चों का विद्यालयों में नामांकन हुआ था।