उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क
फोर्स(एसटीएफ) ने फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर अध्यापक के पद पर नौकरी करने
वाले के अलावा उन दस्तावेजों को बनाने वाले गिराेह के सरगना समेत दो लोगों
को देवरिया कोतवाली से गिरफ्तार किया है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी एवं दूसरे के शैक्षिक प्रमाण पत्राें पर सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी कर रहे शिक्षक और फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गुरुवार रात देवरिया से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगाें में देवरिया के खुखुन्दू इलाके के बरडीहां निवासी अश्वनी कुमार श्रीवास्तव और दानौपुर निवासी मुक्तिनाथ शामिल है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों के पास से पांच माेबाइल फोन,एक लैपटाप, अश्वनी कुमार श्रीवास्तव निवासी ग्राम परसियां उर्फ खरजरवा काेतवाली देवरिया के नाम से अंक पत्र एवं दस्तावेज जाे अपनी पुरानी पहचान छिपाकर नया पहचान बनाने के लिए बनाया गया है। तीन नकली अंगुष्ठ के अलावा एक मोहर यूनिवर्सिटी हापुड़ , फर्जी मतदाता पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, माेहर खण्ड शिक्षाधिकारी, अश्वनी के माेबाइल से विभिन्न हाई स्कूल, इण्टर एवं विभिन्न विश्वविद्यालय आदि के विभिन्न लाेगाे के अंक-पत्र/दस्तावेज/प्रमाण-पत्र प्राप्त हुई है जिनमें से एक हाई स्कूल के अंक-पत्र पर किसी का हस्ताक्षर नहीं है जिसे अश्वनी ने अपने कम्प्यूटर पर स्वयं बनाया है।
श्री पंकज ने बताया कि एसटीएफ को काफी दिनाें से बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी कूट रचित शैक्षिक प्रमाण पत्राें का प्रयाेग कर सहायक अध्यापक के पद पर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की मिली भगत से अयोग्य व्यक्तियों की नियुक्ति कर नौकरी किये जाने के सम्बन्ध में सूचनाये प्राप्त हाे रही थी। इस सम्बन्ध में विभिन्न थानाें पर अभियोग भी पंजीकृत कराये गये थे।
उन्होंने बताया कि गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक विनाेद कुमार सिंह को बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्राें के आधार पर फर्जी नियुक्त शिक्षकाें के विषय में जानकारी कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिये गये। सूचना संकलन के दौरान पता चला कि अश्वनी श्रीवास्तव उपराेक्त फर्जी मार्कशीट के आधार पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय सराेधर कठौजिया विकास खण्ड भनवापुर जिला सिद्धार्थनगर में अध्यापक के पद पर नियुक्त है। अश्वनी श्रीवास्तव के बारे में 30.03.2019 काे सिद्धार्थनगर थाने में भारतीय दण्ड विधान की धारा 263/2019 धारा 419 420, 467, 468, 471 के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार राकेश सिंह ने पूछताछ पर बताया था कि अश्वनी श्रीवास्तव निवासी बरडीहां फर्जी अंक पत्र एवं दस्तावेज बनाता है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने शुक्रवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी एवं दूसरे के शैक्षिक प्रमाण पत्राें पर सहायक अध्यापक के पद पर नौकरी कर रहे शिक्षक और फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गुरुवार रात देवरिया से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगाें में देवरिया के खुखुन्दू इलाके के बरडीहां निवासी अश्वनी कुमार श्रीवास्तव और दानौपुर निवासी मुक्तिनाथ शामिल है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों के पास से पांच माेबाइल फोन,एक लैपटाप, अश्वनी कुमार श्रीवास्तव निवासी ग्राम परसियां उर्फ खरजरवा काेतवाली देवरिया के नाम से अंक पत्र एवं दस्तावेज जाे अपनी पुरानी पहचान छिपाकर नया पहचान बनाने के लिए बनाया गया है। तीन नकली अंगुष्ठ के अलावा एक मोहर यूनिवर्सिटी हापुड़ , फर्जी मतदाता पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, माेहर खण्ड शिक्षाधिकारी, अश्वनी के माेबाइल से विभिन्न हाई स्कूल, इण्टर एवं विभिन्न विश्वविद्यालय आदि के विभिन्न लाेगाे के अंक-पत्र/दस्तावेज/प्रमाण-पत्र प्राप्त हुई है जिनमें से एक हाई स्कूल के अंक-पत्र पर किसी का हस्ताक्षर नहीं है जिसे अश्वनी ने अपने कम्प्यूटर पर स्वयं बनाया है।
श्री पंकज ने बताया कि एसटीएफ को काफी दिनाें से बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी कूट रचित शैक्षिक प्रमाण पत्राें का प्रयाेग कर सहायक अध्यापक के पद पर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की मिली भगत से अयोग्य व्यक्तियों की नियुक्ति कर नौकरी किये जाने के सम्बन्ध में सूचनाये प्राप्त हाे रही थी। इस सम्बन्ध में विभिन्न थानाें पर अभियोग भी पंजीकृत कराये गये थे।
उन्होंने बताया कि गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक विनाेद कुमार सिंह को बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्राें के आधार पर फर्जी नियुक्त शिक्षकाें के विषय में जानकारी कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिये गये। सूचना संकलन के दौरान पता चला कि अश्वनी श्रीवास्तव उपराेक्त फर्जी मार्कशीट के आधार पर पूर्व माध्यमिक विद्यालय सराेधर कठौजिया विकास खण्ड भनवापुर जिला सिद्धार्थनगर में अध्यापक के पद पर नियुक्त है। अश्वनी श्रीवास्तव के बारे में 30.03.2019 काे सिद्धार्थनगर थाने में भारतीय दण्ड विधान की धारा 263/2019 धारा 419 420, 467, 468, 471 के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार राकेश सिंह ने पूछताछ पर बताया था कि अश्वनी श्रीवास्तव निवासी बरडीहां फर्जी अंक पत्र एवं दस्तावेज बनाता है।