69000 भर्ती: जाली मार्कशीट बनाने वालों से जुड़े तार, भर्ती के लिए प्रयागराज समेत कई विश्वविद्यालयों के जाली अंकपत्र बनाए जाने की आशंका,डॉक्टर की डिग्री पर भी लोगों को शक

प्रयागराज। झांसी में तैनात 69000 शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड चिकित्सक केएल पटेल के तार जाली मार्कशीट बनाने वाले गिरोह से भी जुड़े
होने की आशंका है। पता चला है कि सरकारी नौकरी लगवाने के लिए डॉक्टर कई विश्वविद्यालयों के जाली मार्कशीट व डिग्री तैयार करवाने का ठेका भी लेता था।



इसके लिए अध्यर्थी से अलग से पैसे लिए जाते थे। बताया गया कि डॉक्टर बुंदेलखंड, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, आगरा समेत देश-प्रदेश के कई विश्वविद्यालयों के जाली दस्तावेज तैयार करवाता था। फर्जी नियुक्तियां कराकर करोड़ पति बने केएल पटेल ने खुद को दूसरों की नजरों से बचाने के लिए भी तरीके अपनाए थे। किसी को शक न हो, इसलिए वह बहुत साधारण बना रहता था। यहां तक की वो कार तक नहीं रखता था। प्रयागराज आने-जाने के दौरान वह ट्रेन में यात्रा करता था। क्षेत्रीय स्तर पर आने-जाने के लिए मोटरसाइकिल का उपयोग करता था। स्टाफ से भी कम बातचीत करता था। जैसे ही लोगों को उसके शिक्षक भर्ती का मास्टर माइंड होने की जानकारी हुई तो सब भौचक रह गए हैं। पता चला है कि फूलपुर का रहने वाला केएल पटेल बार-बार अपने घर चला जाता था। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि वह बहुत कम समय झांसी में रहता था। बिना बताए फूलपुर चला जाता था। फर्जीवाड़े सामने आने के बाद अब अंदर खाने से उससे जुड़ी जानकारियां सामने आने लगी हैं।

डॉक्टर की डिग्री पर भी लोगों को शक
फर्जीबाड़ा कर नियुक्ति कराने वाले डॉक्टर केएल पटेल की डिग्री, मार्कशीट पर भी कई लोगों को शक है। स्वास्थ्य विभाग में दिन भर
इस बात को लेकर चर्चा होती रही कि कहीं डॉक्टर ने खुद भी फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर नौकरी तो नहीं पा ली है? जाहिर सी बात है कि एसटीएफ की जांच में इन बिंदुओं की भी पड़ताल होगी। ऐसे में डॉक्टर के शैक्षणिक दस्तावेजों का भी सत्यापन किया जा सकता है।