गोंडा : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नियुक्ति को लेकर अनामिका शुक्ला सुर्खियों में हैं। वह खुद को बेरोजगार बता रही थीं। इसी बीच शुक्रवार को सहायता प्राप्त विद्यालय ने उनको शिक्षिका के पद पर नियुक्ति दे दी है। हालांकि प्रबंधक द्वारा जारी नियुक्ति पत्र में यह दर्शाया गया है कि यह नियुक्ति पूर्व की भांति की जा रही है।
भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय रामपुर टेंगरहा के प्रबंधक दिग्विजय पांडेय ने अनामिका शुक्ला को विद्यालय में नौकरी देने का नियुक्ति पत्र जारी किया है। इसमें दर्शाया गया है कि प्रबंध समिति की आवश्यक बैठक में विद्यालय के प्राइमरी अनुभाग में छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण अनामिका शुक्ला की नियुक्ति योग्यता को देखते हुए की जा रही है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस पत्र में अनामिका की नियुक्ति पूर्व की भांति प्राइमरी में करने की बात कही गई है। साथ ही तीन दिन के भीतर कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है। अब सवाल उठता है कि यदि अनामिका की नियुक्ति पूर्व में थी तो वह बेरोजगार कैसे? इस बारे में स्कूल प्रबंधक से जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन दूरभाष के जरिये सम्पर्क नहीं हो सका। बीएसए डॉ. इंद्रजीत प्रजापति नियुक्ति पत्र को देख अचरज जताते हैं। उनका कहना है कि सहायता प्राप्त स्कूलों में नियुक्ति पर रोक लगी है। ऐसे में कोई नई नियुक्ति नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उनसे अनुमोदन प्राप्त करना होगा। इसके बाद विज्ञापन जारी करके अन्य प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
भैया चंद्रभान दत्त स्मारक विद्यालय रामपुर टेंगरहा के प्रबंधक दिग्विजय पांडेय ने अनामिका शुक्ला को विद्यालय में नौकरी देने का नियुक्ति पत्र जारी किया है। इसमें दर्शाया गया है कि प्रबंध समिति की आवश्यक बैठक में विद्यालय के प्राइमरी अनुभाग में छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण अनामिका शुक्ला की नियुक्ति योग्यता को देखते हुए की जा रही है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस पत्र में अनामिका की नियुक्ति पूर्व की भांति प्राइमरी में करने की बात कही गई है। साथ ही तीन दिन के भीतर कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है। अब सवाल उठता है कि यदि अनामिका की नियुक्ति पूर्व में थी तो वह बेरोजगार कैसे? इस बारे में स्कूल प्रबंधक से जानकारी करने का प्रयास किया गया लेकिन दूरभाष के जरिये सम्पर्क नहीं हो सका। बीएसए डॉ. इंद्रजीत प्रजापति नियुक्ति पत्र को देख अचरज जताते हैं। उनका कहना है कि सहायता प्राप्त स्कूलों में नियुक्ति पर रोक लगी है। ऐसे में कोई नई नियुक्ति नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उनसे अनुमोदन प्राप्त करना होगा। इसके बाद विज्ञापन जारी करके अन्य प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।