69000 शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े का खुलासा करने को वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा रही एसटीएफ

69000 सहायक शिक्षक भर्ती की जांच कर रही एसटीएफ साक्ष्य संकलन में जुटी है। सीबीआई की तर्ज पर वह मामले की विवेचना कर रही है। इस केस से जुड़े सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिक साक्ष्य के सहारे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने में लगी है।



69000 सहायक शिक्षक भर्ती में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने के बाद सोरांव पुलिस ने इस केस में डॉक्टर कृष्ण लाल पटेल समेत 11 को जेल भेजा था। इसके बाद इस केस की विवेचना एसटीएफ को सौंपी गई। अभी इस केस में नामजद आरोपी मायापति समेत कई अन्य की गिरफ्तारी बाकी है। सूत्रों की मानें तो एसटीएफ ने आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही उनके खिलाफ साक्ष्य एकत्र करने में जुटी है। पकड़े गए आरोपियों की कार्यप्रणाली, उनके बैंक खाते, कॉल डिटेल आदि की जानकारी एकत्र की जा रही है। एसटीएफ आरोपी और अभ्यर्थियों के बीच हुई बातचीत और लेन-देन का ब्यौरा जुटा रही है ताकि कोर्ट में यह साबित किया जा सके कि परीक्षा ने किस तरह से फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया।


एसटीएफ के लिए वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी से ज्यादा उनके खिलाफ ज्यादा से ज्यादा साक्ष्य एकत्र करना चुनौती बनी है। दरअसल एक साल से ज्यादा पुराना मामला होने के कारण पुलिस को सीडीआर और सर्विलांस से ज्यादा मदद नहीं मिल रही है। ऐसे में आरोपियों के पास से बरामद डायरी, चेकबुक, डाक्यूमेंट्स और व्हाट्स एप्प चैट को ही आधार बनाकर एसटीएफ कार्रवाई करने में लगी है।