शाहजहांपुर : बेसिक शिक्षा विभाग ने आयकर कटौती के साथ प्रदेश में सबसे पहले शिक्षकों का वेतन दिया है। वरिष्ठ कोषाधिकारी शैलेंद्र प्रताप सिंह के वित्त एवं लेखाधिकारी बनने के बाद कार्यपद्धति में आए बदलाव पर प्राथमिक शिक्षक संघ ने खुशी जाहिर की है।
गत वर्षों में आयकर कटौती की वजह से बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षकों को फरवरी माह का वेतन 15 मार्च के बाद ही मिल पाता था। पूरे प्रदेश का भी यही हाल है। पहली बार चार मार्च को शिक्षकों के खाते में वेतन भेज दिया गया। इससे प्रभावित प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने वरिष्ठ कोषाधिकारी का अभिनंदन किया। इस दौरान संघ जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुनीश मिश्र, जिला कोषाध्यक्ष रविद्र पाल प्रजापति, जिला मीडिया प्रभारी राजकुमार तिवारी, सुनील मौर्या, जिलाध्यक्ष उर्दू शिक्षक संघ परवेज आलम, नितिन मिश्र, अरविद त्रिपाठी, रामचन्द्र वर्मा, हिमांशु, सोनू, अवधेश त्रिपाठी आदि रहे।
80 शिक्षकों की टीम की मदद से दिया अंजाम
वरिष्ठ कोषाधिकारी व वित्त एवं लेखाधिकारी शैलेंद्र प्रताप सिंह ने समय से वेतन के होमवर्क को साझा किया। कहा कि पहली बार सभी आयकर आवेदन के फार्म चेक किए गए। 16 फरवरी से ही 40 सेवारत, तीन सेवानवृत्ति तथा सात विभागीय लेखाकारों को लगाकर फीडिग कराई गई। प्रत्येक विकास खंड में दो-दो शिक्षक आवेदन संग्रह में लगे रहे, जिससे समय से वेतन मिलना संभव हो पाया।
शिक्षकों ने 15 करोड़ दिया आयकर, मार्च में 4.32 करोड़ की कटौती
जनपद में 5214 शिक्षक, 301 शिक्षणेत्तर तथा 759 अंतरजनपदीय शिक्षकों से साल भर में 15 करोड़ की आयकर कटौती की गई। मार्च में 1595 शिक्षकों से 4.32 करोड़ का आयकर काटा गया।
शैक्षिक महासंघ ने भी किया अभिनंदन, दिया ज्ञापन
जासं, शाहजहांपुर : शैक्षिक महासंघ की भावलखेड़ा इकाई की ओर से गुरुवार को लेखाधिकारी शैलेंद्र प्रताप सिह का अभिनंदन किया गया। ज्ञापन देकर 10 फीसद एनपीएस कटौती का मुद्दा उठाया। कहा, इसे एनपीएस खातों में जमा नहीं कराया गया। इस दौरान अध्यक्ष वीरपाल पाल सिंह, उपेंद्र कुमार, विनीत गंगवार, कर्मवीर आदि रहे।