बड़ी कार्यवाही: विभिन्न आरोपों में दो बेसिक शिक्षक बर्खास्त, जानिए कौन से थे वो आरोप जिनके चलते विभाग को शिक्षकों को बर्खास्त करना पड़ा

 हाथरस: बेसिक शिक्षा विभाग के उच्च प्राथमिक विद्यालय पुन्नैर तथा प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी में तैनात दो शिक्षकों की विभिन्न आरोपों के चलते सेवा समाप्त कर दी गई।


उच्च प्राथमिक विद्यालय पुन्नैर में तैनात विक्रांत सेंगर को 29 सितंबर 2020 को बीएसए ने निलंबित किया था। बीएसए ने सहपऊ बीआरसी पर योगदान आख्या देने के निर्देश दिए थे, लेकिन शिक्षक ने वहां उपस्थिति दर्ज नहीं कराई। इसके चलते बीईओ आरोप पत्र नहीं दे पाए। डाक के जरिए निलंबित शिक्षक के घर आरोप पत्र भेजा गया। इनपर आरोप था कि पूर्व में रेलवे में नौकरी की और वहां से बर्खास्त किए जाने के बाद शिक्षक पद पर नौकरी हासिल की। वित्तीय अनियमितता व उच्च अधिकारियों के आदेशों को न मानने का आरोप भी शिक्षक पर था। अब बीएसए ने शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी।



वहीं प्राथमिक विद्यालय नगला कोठी में तैनात इंचार्ज प्रधानाध्यापक रवि कुमार पर कायाकल्प की धनराशि में वित्तीय अनियमितता करने, खाता संचालन व यूनिफार्म वितरण में अनियमितता करने के आरोप थे। प्राथमिक विद्यालय खिरजपुर के हेड मास्टर के हस्ताक्षर युक्त खाली चेक व फर्जी बिल वाउचर के जरिए अनियमितता का आरोप था। 26 अक्टूबर 2020 को निलंबित किया गया था। पेश किए गए साक्ष्य दोष मुक्त करने के लिए पर्याप्त नहीं थे। बीएसए ने शिक्षक की सेवा समाप्त कर दी। वर्जन--

विभिन्न आरोपों के चलते पुन्नैर व नगला कोठी के शिक्षक को पहले निलंबित किया गया था। अब दोनों शिक्षकों को जांच के बाद बर्खास्त कर दिया गया है।
मनोज कुमार मिश्र, बीएसए,