उत्तर प्रदेश में अब आउटसोर्सिंग और संविदा पर सारी भर्तियां सेवायोजन पोर्टल के जरिए होंगी। आउटसोर्सिंग करने वाली जो कंपनियां इस पोर्टल पर नहीं आएंगी, उनका जेम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन रद्द होगा। यूपी के सभी
बेरोजगारों को भी इसी सेवायोजन पोर्टल पर पंजीयन करवाना होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेल्पलाइन अब पहले से पंजीकृत बेरोजगारों से पूछेगी कि अभी वह कौन सा काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक सेवायोजन व रोजगार आयोग पारदर्शी तरीके से और सबको समान अवसर के जरिए रोजगार दिलाने की पहल शुरू कर रहा है।हाल ही में आयोग की कार्यकारी परिषद ने कई अहम निर्णय लिए हैं। हर जिले को अपना डिस्ट्रिक रोजगार प्लान बनाना होगा। सभी विभागों में काम कर रहे वेंडर के लिए यह जरूरी होगा कि अगर उनके द्वारा श्रमिकों को रोजगार दिलाने का काम सेवायोजन पोर्टल के जरिए नहीं किया जाता है तो इनका जेम पोर्टल से रजिस्ट्रेशन समाप्त कर दिया जाएगा। अब सभी विभागों को अपनी आउटसोर्सिंग एजेंसियों की सूची के साथ-साथ यह बताना होगा कि वह इस साल तक कितने लोगों को रोजगार दे सकते हैं और अब तक कितनों को रोजगार दिया गया है।
बेरोजगार श्रमिकों को एसएमएस से सूचना
प्रदेश में अब जो भी बेरोजगार हैं, उन सभी के पंजीकरण की व्यवस्था सेवायोजन पोर्टल पर होगी। इसके लिए मुख्यसचिव व औद्योगिक विकास आयुक्त राजेंद्र कुमार तिवारी ने नई व्यवस्था बनाने को कहा है। जो बेरोजगार रोजगार पा लेते हैं, उनकी जानकारी के लिए भी सिस्टम विकसित होगा। अब सभी पंजीकृत श्रमिकों को बल्क एसएमएस के जरिए बताया जाएगा कि अगर उन्हें रोजगार नहीं मिला है तो वह अपना आवेदन पुन: नवीनीकरण करवा लें। रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाने वाले श्रमिकों का ब्यौरा भी जुटाया जाएगा।
किसे-क्या फायदा
बेरोजगारों को:
लाखों बेरोजगारों और श्रमिकों को पारदर्शी तरीके से रोजगार पाने का मौका मिलेगा।
बिना दौड़धूप किए एक ही जगह सारी जानकारियां मिल सकेंगी।
सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से हर नई जानकारी तत्काल मिल सकेगी।
सरकार को
सरकार इसके जरिए मिशन रोजगार के अभियान को कामयाबी से संचालित कर सकेगी।
एक ही जगह विभागों और निजी क्षेत्र के रोजगार के नवीनतम आंकड़े मिलेंगे।
रोजगार मिलने से उत्पादकता भी बढ़ेगी।
अब तक यह व्यवस्था: वर्तमान में सेवायोजन पोर्टल के जरिए कई विभाग अपनी आउटसोर्सिंग वाली रिक्तियां का ब्यौरा भेजते हैं। इसमें अभ्यर्थी आवेदन करते हैं। लेकिन अब आउटसोर्सिंग और संविदा की सभी भर्तियां इस पोर्टल के जरिए होंगी।
खास बात
सेवायोजना पोर्टल पर अब तक 36 लाख अभ्यर्थी व 37 लाख श्रमिक पंजीकृत हो चुके हैं।
इस साल 31 जनवरी तक 694 रोजगार मेलों के जरिए मौजूदा वित्तीय वर्ष में 83826 को रोजगार दिलाया गया है।
अगले महीने शुरू होंगे रोजगार मेले