सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की छुट्टियों का खेल ऑनलाइन होने के बाद भी नहीं रुक रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग में अब छुट्टियां मानव संपदा पोर्टल से ही मंजूर की जा रही हैं। इसके बावजूद बकाया छुट्टियों को लेकर हेरफेर जारी है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने चेतावनी देते हुए उन खण्ड शिक्षा अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है जहां पर बकाया अवकाशों को लेकर संशोधन किए गए हैं।
पोर्टल पर सेवा पुस्तिकाएं ऑनलाइन भरी जानी थी और इसे संबंधित अधिकारियों को सत्यापित कर लॉक करना था। इसकी राज्य स्तरीय समीक्षा में सामने आया है कि अब भी बकाया अवकाश में बार-बार संशोधन किया जा रहा है।
दो दिन में बंद हो जाएगा पोर्टलः महानिदेशक ने कहा है कि वदि सेवा पुस्तिका को अपडेट करते समय बकाया अवकाश सही नहीं भरे गए तो यह अपारदर्शिता दर्शाता है। इसे दो दिन में अपडेट किया जाए अन्यथा राज्य स्तर से पोर्टल लॉक हो जाएगा।
लंबे अरसे से चल रहा है हेरफेर
अभी तक शिक्षकों की छुट्टियों को लेकर बहुत हेरफेर होता आया है। शिक्षक अपना बिना तारीख का आवेदन पत्र स्कूल में छोड़ आते हैं, जिसे निरीक्षण की स्थिति में संबंधित अधिकारी को दिखा दिया जाता था अन्यथा उसे फाड़ कर फेक दिया जाताथा। वहीं मेडिकल, बाल्यकाल देखरेख या मातृत्व अवकाश के लिए शिक्षिकाएं अधिकारियों के चक्कर लगाती रहती हैं। और ज्यादातर मामलों में उन्हें सुविधा शुल्क देना पड़ता था लेकिन अब सारी छुट्टियां मानव संपदा पार्टल से मंजूर हो रही हैं।