प्रयागराज : प्रदेश के 3049 अशासकीय सहायताप्राप्त (एडेड) जूनियर हाईस्कूलों के लिए शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी हो गया है। प्रधानाध्यापक के 390 व सहायक अध्यापक के 1504 सहित 1894 पदों की परीक्षा
18 अप्रैल को एक साथ कराई जाएगी। सहायक अध्यापक के लिए एक प्रश्नपत्र व प्रधानाध्यापक पद के अभ्यर्थियों को दो प्रश्नपत्रों का इम्तिहान देना होगा। ढाई घंटे की परीक्षा में कुल 150 सवाल पूछे जाएंगे। अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन तीन मार्च से कर सकते हैं।प्रदेश सरकार ने चार दिसंबर, 2019 को उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त बेसिक स्कूल (जूनियर हाईस्कूल अध्यापकों की भर्ती और सेवा की शर्ते) के सातवें संशोधन को मंजूरी दी थी। इसके जरिए लिखित परीक्षा का प्रविधान किया गया। इस संबंध में 19 फरवरी को शासनादेश जारी किया गया था। विज्ञापन 25 फरवरी को ही घोषित होना था लेकिन, हाईकोर्ट में लिखित परीक्षा के खिलाफ याचिका होने से सोमवार को विज्ञापन जारी किया गया है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि यह भर्ती इसी परीक्षा के लिए मान्य है।
’>>तीन मार्च से 17 मार्च तक लिए जाएंगे ऑनलाइन आवेदन
’>>1894 पदों की लिखित परीक्षा 18 अप्रैल को होगी
समय सारिणी
ऑनलाइन आवेदन के लिए पंजीकरण-तीन मार्च से ’पंजीकरण की अंतिम तारीख-17 मार्च ’आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तारीख-18 मार्च ’आवेदन पूरा करके प्रिंट लेने की अंतिम तारीख-19 मार्च ’परीक्षा केंद्रों का निर्धारण-25 मार्च ’परीक्षा का प्रवेशपत्र-नौ अप्रैल ’लिखित परीक्षा-18 अप्रैल ’सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक प्रथम प्रश्नपत्र - सुबह 10 से 12:30 बजे ’प्रधानाध्यापक द्वितीय प्रश्नपत्र - अपराह्न दो से तीन बजे ’उत्तर कुंजी वेबसाइट पर जारी-23 अप्रैल ’परीक्षा परिणाम-18 मई।
वेबसाइट पर भर्ती का ब्योरा
सचिव ने बताया कि चयन परीक्षा 2021 में शामिल होने के ऑनलाइन आवेदन के लिए शैक्षिक अर्हता, आवेदन शुल्क, पाठ्यक्रम, परीक्षा अवधि आदि एनआइसी की ओर से बनी वेबसाइट पर है। पंजीकरण फार्म के साथ ही आवेदन शुल्क जमा करने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का लिंक व ऑनलाइन आवेदन फार्म भी उपलब्ध है।
फार्म में संशोधन का मौका नहीं
ऑनलाइन आवेदन की अंकित प्रविष्टियों में संशोधन का अवसर नहीं मिलेगा। इसलिए फाइनल सेव के करने से पहले प्रविष्टियां जांच लें। अभ्यर्थी को इस आशय का स्वप्रमाणित पत्र भी अपलोड करना होगा। अभ्यर्थी एक से अधिक ऑनलाइन आवेदन न करें।