उच्च शिक्षा में उप्र औसत से पीछे, अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण की 2019-20 की रिपोर्ट से मिली जानकारी

 उच्च शिक्षा के नामांकन को बढ़ाने में केंद्र सरकार भले ही दिलचस्पी दिखा रही है, लेकिन बिहार, छत्तीसगढ़ और असम जैसे राज्यों की इसमें कोई रुचि नहीं है। तभी तो इन राज्यों में उच्च शिक्षा हासिल करने वालों की

संख्या सबसे कम है। बिहार में तो उच्च शिक्षा हासिल करने वालों का सकल नामांकन अनुपात (जीईआर) सिर्फ 14.5 फीसद ही है। यानी 18 से 23 साल की उम्र के प्रत्येक सात में सिर्फ एक युवा ही उच्च शिक्षा हासिल कर रहा है। वहीं असम का जीईआर 17.3 फीसद और छत्तीसगढ़ का जीईआर 18.5 फीसद है। यानी दोनों राज्यों में 18 से 23 साल की उम्र के प्रत्येक छह में से एक युवा ही उच्च शिक्षा हासिल कर रहा है।



उच्च शिक्षा के नामांकन को लेकर यह जानकारी अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण 2019-20 की रिपोर्ट से सामने आई है। इसमें सभी राज्यों की उच्च शिक्षा के योग्य 18 से 23 वर्ष की उम्र की कुल आबादी और उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई कर रहे छात्रों की संख्या के आधार पर सकल नामांकन अनुपात तैयार किया है। इस रिपोर्ट में जीईआर का राष्ट्रीय औसत 27.1 फीसद है।

हालांकि इनमें बंगाल, यूपी, गुजरात व मध्य प्रदेश जैसे करीब दर्जन भर ऐसे राज्य भी हैं, जिनका जीईआर देश के राष्ट्रीय औसत से भी काफी कम है। रिपोर्ट के मुताबिक उच्च शिक्षा में बंगाल का जीईआर 19.9 फीसद, यूपी का जीईआर 25.3 फीसद, गुजरात का 21.30 फीसद, मध्य प्रदेश का 24.2 फीसद, झारखंड का 20.9 फीसद, त्रिपुरा का 20.2 फीसद, राजस्थान का 24.1 फीसद और नगालैंड का 18.5 फीसद है।