लखनऊ : राज्य सरकार के अधीन सेवाओं में भविष्य में विज्ञापित होने वाले समूह-ग के पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) 2021 में शामिल होने के लिए शुक्रवार तक 9,20,202 अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इनमें 4,78,482 ने आवेदन शुल्क जमा कर दिया है। 4,77,490 अभ्यर्थियों ने आनलाइन आवेदन भी जमा कर दिए हैं।
द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली के तहत आयोग ने पहले चरण में पीईटी-2021 के लिए बीती 25 मई से रजिस्ट्रेशन/आनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। आवेदन भर कर जमा करने की अंतिम तिथि 21 जून है। पहली बार आयोजित की जाने वाली प्रारंभिक अर्हता परीक्षा के लिए एजेंसी के चयन और उससे विचार-विमर्श तथा शासन की सहमति के बाद ही परीक्षा की तारीख तय होगी। संभावना जताई जा रही है कि परीक्षा अगस्त में होगी। अभ्यर्थियों की संख्या लगभग 30 से 35 लाख अनुमानित है। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर परीक्षा के आयोजन के लिए जिला व मंडल स्तरीय नोडल अधिकारियों को नामित करने और परीक्षा केंद्रों का चयन करने की कार्रवाई तत्काल करने को कहा है।
चयन के लिए पीईटी में शामिल होना अनिवार्य : आयोग अध्यक्ष ने कहा कि समूह-ग के पदों पर चयन के लिए अभ्यर्थियों का पीईटी में शामिल होना अनिवार्य है। आयोग की ओर से विज्ञापित किए जाने वाले किसी भी पद पर चयन की मुख्य परीक्षा के लिए श्रेणीवार शार्टलि¨स्टग उनके पीईटी के स्कोर के आधार पर ही की जाएगी। पीईटी में शामिल नहीं हुआ है तो मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन नहीं कर पाएगा।
तीन महीने में 6000 पदों पर भर्तियों के रिजल्ट होंगे घोषित : आयोग अध्यक्ष ने कहा कि पीईटी की तैयारियों के साथ पुरानी भर्तियों का बैकलाग समाप्त करना प्राथमिकता है। उम्मीद है कि जून से अगस्त तक पुरानी भर्तियों से जुड़े 6000 पदों के अंतिम चयन परिणाम घोषित करेगा।