जांच टीम क सामने खुली पोल, इलाहाबाद के 52 शिक्षक व 79 डाॅक्टर्स पर गिरी गाज

इलाहाबाद. जिलाधिकारी संजय कुमार के निर्देश पर उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, नायब तहसीलदार तथा खण्ड विकास के 53 अधिकारियों की टीम गठित कर 500 प्राथमिक तथा पूर्व प्राथमिक विद्यालयों एवं 62
प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण पर भेजा गया जहां अफसरों के सामने घोर लापरवाही उजागर हुई शिक्षकों के वेतन काटने तथा अनुपस्थित चिकित्सकों व कर्मचारियों पर कार्यवाही का निर्देश दिया है।
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की लचर रवैये के कारण निरीक्षण के दौरान प्राथमिक तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के 52 शिक्षक अनुपस्थित पाये गये। और छात्रों की औसत उपस्थिति लगभग 30 प्रतिशत पायी गई। प्रा.वि सिलना कौड़िहार, पू.मा.वि बैदवार कोरांव, बैहरना कौड़िहार एवं सरायमनोहर फूलपुर में निरीक्षण के दौरान मध्यान्ह भोजन बनते नहीं पाया गया निरीक्षण में पाया कि 37 प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शौचालय तथा स्वच्छता की स्थिति खराब मिली 108 प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में बाउण्ड्रीवाॅल तक नही बनी।
जिलाधिकारी ने प्राथमिक शिक्षकों की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए बेसिक शिक्षा अधिकारी को अनुपस्थित शिक्षकों को कारण बताओं नोटिस जारी कर एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया। मध्यान्ह भोजन न बनने तथा निर्धारित मानक के अनुसार न होने के कारण डीएम ने वहां के प्रधान, प्रधानाचार्य तथा एबीएसए को नोटिस जारी कर जांच का निर्देश दिया।
प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा नवीन प्रा.स्वास्थ्य केन्द्र भदरी, श्रृंगवेरपुर, सीताकुण्ड, सहसों अंदावा, मोतिहां एवं धरवारा बन्द पाये गये। निरीक्षण के दौरान 79 चिकित्सक तथा स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित मिलें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कौड़िहार, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गारापुर जब जांच टीम पहुॅची तो मात्र एक कर्मचारी व वार्ड ब्वाय के अतिरिक्त सभी चिकित्सक तथा स्वास्थ्य कर्मी नदारत रहे।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में दिव्यांगांे के लिए रैम्प की व्यवस्था नही मिली जिले के दर्जनो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो में रैन बसेरा नहीं हैं। ऐसे दस प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाए गए जहां प्रसव की सुविधा तथा डाक्टरों की लापरवाही के कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में वैक्सीन तक नहीं पाई गयी।

जिलाधिकारी ने सीएमओ को बन्द चिकित्सालयों के प्रभारी चिकित्साधिकारी तथा जिम्मेदार अधिकारी एवं नदारत रहे चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के साथ ही लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों से जवाब मांगने का निर्देश दिया। उन्होंने सीएमओ को औचक निरीक्षण कर लापरवाही करने वाले चिकित्सकों तथा कर्मियों के प्रति कार्यवाही करने निर्देश दिया है।
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