सर्व शिक्षा अभियान एसएसए जो अटल
बिहारी बाजपेई द्वारा चलाया गया था तब से शिक्षामित्र 2015 तक योग्य थे जब
सहायक अध्यापक बने तो अयोग्य हो गए जबकि शिक्षामित्र भी वही कार्य करता है
जो एक सहायक अध्यापक करता है अतः एक समान कार्य के लिए जब समान सम्मान का
मौका मिला तो गलत क्यों?
अयोग्य ही थे तो रखा क्यों?
बगैर सेवा दिये तो शिक्षामित्र भी रेगुलर स्नातक, बीएड, बीटीसी कर सकते थे मगर सेवा देकर केवल प्राइवेट व दूरस्थ शिक्षा से ही योग्यता बढ़ाई जा सकती है क्योंकि एक इन्सान दो जगह पर रेगुलर नहीं हो सकता। फिर शिक्षामित्र दोषी क्यों? अगर योग्य थे तो तब कहां थे जब शिक्षामित्र की नियुक्ति बीएड/बीटीसी हो रही थी तब पूरा प्रदेश स्कूल बंद होने से कराह रहा था। आज जब बीएड/बीटीसी कर ली तो शिक्षामित्रों को बता रहे हैं कि तुम योग्य नहीं।
अगर बीएड वाले योग्य हों तो प्राइमरी में क्यों माध्यमिक में जाओ अगर रहना ही है तो आरटीई के अनुसार मानक से शिक्षकों के पद बढ़वाओ यहां पर क्या आरटीई लागू नहीं होती।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
अयोग्य ही थे तो रखा क्यों?
बगैर सेवा दिये तो शिक्षामित्र भी रेगुलर स्नातक, बीएड, बीटीसी कर सकते थे मगर सेवा देकर केवल प्राइवेट व दूरस्थ शिक्षा से ही योग्यता बढ़ाई जा सकती है क्योंकि एक इन्सान दो जगह पर रेगुलर नहीं हो सकता। फिर शिक्षामित्र दोषी क्यों? अगर योग्य थे तो तब कहां थे जब शिक्षामित्र की नियुक्ति बीएड/बीटीसी हो रही थी तब पूरा प्रदेश स्कूल बंद होने से कराह रहा था। आज जब बीएड/बीटीसी कर ली तो शिक्षामित्रों को बता रहे हैं कि तुम योग्य नहीं।
अगर बीएड वाले योग्य हों तो प्राइमरी में क्यों माध्यमिक में जाओ अगर रहना ही है तो आरटीई के अनुसार मानक से शिक्षकों के पद बढ़वाओ यहां पर क्या आरटीई लागू नहीं होती।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC