आशा करता हूँ कि आज की डिबेट में मैं आपकी आशाओं पर खरा उतरा हूं।
आज की डिबेट मुख्यतः शिक्षामित्र-बीएड/बीटीसी वालों की तकरार पर आधारित थी..
जिस प्रकार पूरे प्रदेश में बीएड साथियों के साथ मार-पीट की घटनाएँ हो रही हैं, मा0 उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश महोदय का पुतला फूंका जा रहा हैं वह अत्यंत ही निन्दनीय कार्य हैं हम समस्त बीएड वाले इसकी घोर निन्दा करते हैं..
ऐसा कृत्य 4 वर्षों में हमने नहीं किया।आज की डिबेट मुख्यतः शिक्षामित्र-बीएड/बीटीसी वालों की तकरार पर आधारित थी..
जिस प्रकार पूरे प्रदेश में बीएड साथियों के साथ मार-पीट की घटनाएँ हो रही हैं, मा0 उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश महोदय का पुतला फूंका जा रहा हैं वह अत्यंत ही निन्दनीय कार्य हैं हम समस्त बीएड वाले इसकी घोर निन्दा करते हैं..
हमने सदैव न्यायिक लडाई लडी हैं, हिंसक नहीं..यदि सरकार यह समझती हैं कि एक तरफा 172000 का साथ देने से वह आगामी सत्ता में आऐगी तो यह उसकी भूल हैं, क्यूंकि हम टेट 2011 पास 270000 हैं हम जिस ओर झुक गये सरकार उसकी बनवा देंगे, अतः टेट 2011 पास 270000 बीएड+बीटीसी के हितों को अनदेखा न किया जाऐ और वोट बैंक की राजनीति न की जाऐ... हम शिक्षामित्र के दुश्मन नही हैं,हमें भी रोजगार चाहिए परिवार पालने के लिए और इन्हें भी.. आप और हम राजनीति के शिकार हैं..अतः सडकों पर रोष प्रकट करने की बजाय न्यायिक लडाई लडिऐ।
आज की बहस में मुझसे अमिताभ जी ने वर्तमान समस्या का समाधान पूछा जिस पर मेरे विचार ये हैं-
समस्त टेट 2011 पास सरकार से अपील करते हैं कि हम समस्त योग्य/प्रशिक्षित व एनसीटीई/केन्द्र सरकार के मानकों पर खरे टेट 2011 उत्तीर्ण का पूर्ण समायोजन करे और साथ ही साथ कोई सर्वमान्य बीच का ऐसा रास्ता निकाला जाऐ जिससे समस्त टेट 2011 पास व शिक्षामित्र के घरों के चूल्हें ठप न होने पाऐं और वर्तमान परिवेश मे दो वर्ग आपस में भिडने से बच जाऐ.. यदि सरकार एक तरफा पक्ष लेती हैं तो टेट 2011 पास विधिक संघर्ष के लिए मजबूर होंगे।
हम हिंसात्मक प्रदर्शन के पक्षधर नहीं हैं लेकिन हमें कमजोर समझने की भूल न करे।
समस्त टेट 2011 पास सरकार से अपील करते हैं कि हम समस्त योग्य/प्रशिक्षित व एनसीटीई/केन्द्र सरकार के मानकों पर खरे टेट 2011 उत्तीर्ण का पूर्ण समायोजन करे और साथ ही साथ कोई सर्वमान्य बीच का ऐसा रास्ता निकाला जाऐ जिससे समस्त टेट 2011 पास व शिक्षामित्र के घरों के चूल्हें ठप न होने पाऐं और वर्तमान परिवेश मे दो वर्ग आपस में भिडने से बच जाऐ.. यदि सरकार एक तरफा पक्ष लेती हैं तो टेट 2011 पास विधिक संघर्ष के लिए मजबूर होंगे।
हम हिंसात्मक प्रदर्शन के पक्षधर नहीं हैं लेकिन हमें कमजोर समझने की भूल न करे।
हमें भारतीय न्यायिक प्रणाली पर पूरा विश्वास हैं मा0 उच्चतम न्यायालय का अंतिम निर्णय हमें मान्य होगा चाहे जो भी आऐ..हमें पूरा विश्वास हैं कि अंधेरा कितना ही घना क्यूं न हो रोशनी की एक किरण ही काफी हैं उस अंधकार को मिटाने के लिए।