कासगंज। सुप्रीम कोर्ट की ओर से सहायक अध्यापक के तौर
पर समायोजन रद्द होने के बाद से शिक्षामित्रों की नाराजगी खत्म नहीं हुई
है। कासगंज जिले में शिक्षामित्र संघ के पदाधिकारियों ने बुधवार को
कलेक्ट्रेट कार्यालय पर बैठक कर आंदोलन की रणनीति तैयार की।
उन्होंने
प्रदर्शन कर योगी सरकार को दोबारा सहायक अध्यापक के पद पर तैनात किए जाने
की मांग उठाई। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर यूपी सरकार उनकी मांगों पर गौर
नहीं करती है तो वे लोग 25 फरवरी को लखनऊ में राज्यपाल से वार्ता के बाद
इच्छामृत्यु की मांग करेंगे।
427 शिक्षामित्रों की हो चुकी है मौत
कलेक्ट्रेट
कार्यालय पर पहुंचे शिक्षामित्र प्रतिनिधि मंडल के नेता रीतेश द्विवेदी ने
कहा कि अब तक पूरे प्रदेश में 427 शिक्षामित्रों की मौत हो चुकी है, लेकिन
शासन-प्रशासन इस पर कतई गंभीर नहीं है। समायोजन रद्द होने से
शिक्षामित्रों का पूरी तरह भूखमरी के कगार पर हैं। परिवार का खर्चा चलाना
मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि अगर मानदेय एरियर व वापस लिया हुआ,
सम्मान न मिला तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
25 फरवरी को लखनऊ में बैठक
रीतेश द्विवेदी ने
बताया कि 25 फरवरी को लखनऊ में शिक्षामित्रों की बैठक होने जा रही है। उसी
दिन समस्याओं को लेकर राज्यपाल से मुलाकात कर समाधान की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर योगी सरकार ने शिक्षामित्रों को मांगों को नहीं माना
तो वे लोग राज्यपाल से इच्छामृत्यु की मांग करेंगे।
प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपनी मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। इस मौके पर जुगेन्द्र सिंह मौर्य, रामेश्वर सिंह
यादव, रामबहादुर यादव, इरफान हुसैन, जितेंद्र दीक्षित, नीतू चैधरी,
सोभारानी, परवीन बौबी, सरोज बाला, मीरादेवी, पुष्पलता प्रतिहार, स्नेहलता
चौहान, सरिता, कुमारी राजेश सिंह, पुनम सक्सेना, बृजलाल प्रजापति, अनुज
गौर, सरस्वती वंदना समेत बड़ी शिक्षामित्र मौजूद थे।
sponsored links:
0 Comments