हालत नाजुक देखते हुए डॉक्टरों ने शिक्षामित्र को मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया।
शिक्षामित्र का आरोप है कि बीईओ, शिक्षामित्रों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार करती हैं। कई शिक्षकों को एक से अधिक स्कूल का चार्ज दे रखा है, जिसके चलते काफी संख्या में ऐसे स्कूल हैं जिनका ताला तक नहीं खुलता। वहीं शिक्षामित्रों को जानबूझ कर प्रताड़ित किया जाता है। वहीं बीएसए मनिराम सिंह ने बताया कि बीईओ पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
विधायक ने बीएसए को फटकारा
सिद्धार्थनगर। शिक्षामित्र के अनशन को लेकर विधायक चौधरी अमर सिंह ने बीएसए मनिराम सिंह को फटकारा। उन्होंने कहा कि पीड़ित शिक्षामित्र की बात क्यों नहीं सुनी गई। जिसके चलते उसे आमरण अनशन पर बैठना पड़ा। यदि बीईओ पर आरोप लगा था तो जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए थी। विधायक ने बीएसए से बीईओ को तत्काल जोगिया से हटा कर, पूरे मामले की जांच कराने को कहा
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