इलाहाबाद : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी बोर्ड परीक्षा शुरू होने
से पहले ही अल्टीमेटम दिया था कि जिन जिलों में नकल की घटनाएं होंगी वहां
के जिलाधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक व मंडलीय संयुक्त शिक्षा
निदेशक
जिम्मेदार होंगे। बोर्ड प्रशासन जिन जिलों से नकल की सूचनाएं मिल रही हैं,
उन्हें भी चिन्हित कर रहा है। कुछ दिन पहले बलिया में बिहार की तर्ज पर कुछ
परीक्षा केंद्रों पर बाहर से नकल कराने वाले पहुंच गए। ऐसे मामलों से शासन
को अवगत कराया जाएगा, जिससे शिक्षा महकमे के अफसरों पर कार्रवाई होने के
आसार हैं। 1यूपी बोर्ड की इस बार की परीक्षा में वैसे तो नकल पर प्रभावी
अंकुश लगा है। आम तौर पर नकल की बड़ी घटनाएं सामने नहीं आई हैं, फिर भी कई
ऐसे जिले हैं जहां परीक्षार्थियों ने हंगामा किया और केंद्र के बाहर से नकल
कराने वाले कालेज की खिड़कियों तक पहुंच गए। जिस तरह से बोर्ड सचिव ने
मंगलवार को मुख्यालय से टीमें भेजकर तमाम परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण
कराया, उसी दिशा में बढ़ते हुए ऐसे जिलों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है।
हालांकि जिन केंद्रों पर नकल हुई और वहां से डीआइओएस व डीएम की रिपोर्ट
मिली तो पुनर्परीक्षा कराई जा रही है। साथ ही ऐसे केंद्रों को अगले वर्ष
परीक्षा से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के संकेत हैं। केंद्रों पर कार्रवाई
अब परीक्षा समिति अगले वर्ष ही करेगी लेकिन, ढिलाई बरतने वाले अफसरों पर
परीक्षा के बाद कार्रवाई संभावित है।
sponsored links:
0 Comments